* बुधवार शाम से ही शुरू हो गया मुबारकबाद देने का दौर
मुजफ्फरपुर : रमजान का पाक महीना गुरुवार से शुरू हो जायेगा. इसके साथ ही रोजे की शुरुआत भी हो जायेगी. इसको लेकर बुधवार को शाम से ही रमजान की मुबारकबाद का दौर भी शुरू हो गया. मुस्लिम समाज के लोगों ने रिश्तेदारों, दोस्तों व शुभचिंतकों को बधाई दी. शाम के बाद से ही घरों में रमजान की तैयारी शुरू हो गयी. लोगों ने रमजान के लिए खुद को तैयार किया.
अल्लाह की इबादत में पूरा महीना गुजारने का संकल्प लिये लोग पहले रोजा की तैयारी में जुट गये. प्रत्येक घरों में सेहरी के सामान जुटाये जाने लगे. शहर के कई इलाकों में विभिन्न सामग्रियों के स्टॉल लगाये गये. शहर के पक्की सराय, इस्लामपुर, मेहदी हसन चौक सहित कई इलाके देर रात तक खरीदारों की भीड़ से रोशन रहे. चाय व पान की दुकानों से लेकर चौक–चौराहों पर देर रात तक लोग एक–दूसरे को रमजान की बधाई देते रहे.
* खरीदारों से रोशन रहा कंपनीबाग
वैसे तो रमजान के लिए खरीदारी का दौर दो दिन पहले से ही शुरू हो गया था. लेकिन शाबान महीने के अंतिम दिन लोगों ने जम कर खरीदारी की. खजूर व लच्छेदार सेवइयों की जमकर बिक्री हुई. खरीदारी के लिये कंपनीबाग की दर्जनों दुकानों में दिन भर लोगों की भीड़ लगी रही. विभिन्न वेराइटी के खजूर व बनारसी सेवई लोगों की पसंद बने. खरीदारी का दौर देर रात तक चला.
* क्या खायें सहरी में
स्टार्च युक्त काबरेहाइड्रेट जैसे चावल, चपाती, साबुत अनाज की ब्रेड, मसूर की दाल, दलिया, जई आदि का अल्प मात्र में सेवन करना चाहिये. कुछ चीजें धीरे–धीरे शर्करा उत्सजिर्त करती हैं, जो लंबे समय तक शर्करा के स्तर को बनाये रखने में सहायता कर सकते हैं. इनसे भूख भी कम लगती है. तेल युक्त चीजें जैसे पराठे नहीं खाने चाहिए.
* क्या खायें इफ्तार में
इफ्तार में खजूर का सीमित प्रयोग फाइवर की कमी को पूरा कर सकता है. इसके साथ ही काबरेहाइड्रेट व वसा से भरपूर आहार जैसे बर्फी व जलेबी के अधिक सेवन से बचना चाहिए़ मधुमेह रोगी विशेष रूप से फाइबर के लिए सब्जियों व फल के छिलके ले सकते हैं. इससे अधिक ग्लाइसिमिक इंडेक्स युक्त फल व अनाज लिया जा सकता है.