मुजफ्फरपुर: सरकार के निर्देश के अनुसार सदर अस्पताल में चल रहे नेशनल सेंटर फॉर कंट्रोल डिजीज की इकाई बंद हो जायेगी. इसके तहत काम कर रहे 11 कर्मचारियों में सात कर्मचारियों की छंटनी कर दी गयी है.
विभाग के अपर कार्यपालक निदेशक राहुल कुमार ने सीएस को पत्र भेज कर यह निर्देश दिया है. पत्र में कहा गया है कि वे एक महीने का समय देकर कर्मचारियों का पद समाप्त कर दे. साथ ही कर्मचारियों को बकाया मानदेय का भुगतान भी सुनिश्चित करें. सरकार के पत्र के बाद संविदा पर बहाल कर्मचारियों में आक्रोश है. उनका कहना है कि उन्हें हटाने का कोई कारण नहीं है.
डॉक्टर का पद भी हुआ समाप्त
सदर अस्पताल में एनसीडी के चीफ मेडिकल ऑफिसर का पद भी समाप्त कर दिया गया है. यहां संविदा पर फेफड़ा रोग विशेषज्ञ सह कार्डियोलॉजिस्ट डॉ विजय कुमार कार्यरत थे. डॉक्टर का पद समाप्त होने के बाद यहां मरीजों के उपचार में परेशानी हो गयी है. साथ ही दोपहर में बुजुर्गो के लिए चलने वाले विशेष ओपीडी के दुबारा शुरू होने में संशय हो गया है.
2012 से काम कर रहे थे कर्मी
एनसीडी सेल के तहत वर्ष 2012 में डॉक्टर व कर्मियों की यहां नियुक्ति हुई थी. हर्ट रोग, डायबिटीज व कैंसर के लिए यहां नया सेल खुला था. कैंसर की शंका होने पर मरीजों को यहां से रेफर किया जाता था. वर्ष 2013 तक कर्मियों को मानदेय भी मिला. लेकिन वर्ष 2014 में कर्मचारियों की सेवा विस्तार नहीं कर उनका मानदेय बंद कर दिया गया. सरकार के पत्र में उन्हें हटाने के किसी कारण की चर्चा नहीं की गयी है.
इन पदों की हुई समाप्ति
चीफ मेडिकल ऑफिसर
डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम ऑफिसर
स्टाफ नर्स, साइटोपैटनोलॉजिस्ट
केयर को ऑर्डिनेशन
प्रोग्राम असिस्टेंट
साइटोपैथोलॉजी
एनसीडी सेल के ये पद रहे सुरक्षित
सरकार ने एनसीडी सेल में काम कर रहे डाटा इंट्री ऑपरेटर, साइकोथेरोपिस्ट, काउंसलर व डाटा इंट्री ऑपरेटर (क्लीनिक) के पदों को समाप्त नहीं किया है. इन पदों पर कर्मचारी पूर्व की तहत कार्य करेंगे. हालांकि फिनांस ऑफिसर के पद
पर कार्य कर रहे कर्मचारी के बारे में कोई निर्देश नहीं दिया गया है.
एनसीडी सेल के तहत काम कर रहे सात कर्मियों की छंटनी संबंधी पत्र आया है. एनसीडी सेल को चलाने का कोई निर्देश नहीं है. सरकार के दिशा निर्देश के अनुसार कार्य किया जायेगा.
डॉ ज्ञान भूषण, सिविल सजर्न