मुजफ्फरपुर: एस्सेल की बिजली आपूर्ति व्यवस्था पर उपभोक्ता मंगलवार को भड़क गये. भगवानपुर स्थित कंपनी के कार्यालय में पताही, करजा, सुमेरा, मझौली खेतल, सुस्ता, खबरा, मधुबनी समेत कई गांवों के उपभोक्ता यहां पहुंच कर कंपनी के कार्यो के खिलाफ हंगामा किया. इसके बाद एस्सेल कर्मियों को सभी काउंटर से उठाकर कार्यालय से बाहर निकाल दिया, फिर मेन गेट का ताला बंद करा दिया.
उपभोक्ताओं के डर से सारे कर्मी बाहर निकल गये. उपभोक्ताओं का आरोप था कि बिजली आपूर्ति कंपनी इस क्षेत्र में पांच से छह घंटे बिजली देती है. जबकि बिजली बिल शहरी देती है. मीटर रीडिंग भी गलत तरीके से किया जाता है. किसी का बिल 40 हजार रुपये तो किसी का बिल 50 हजार रुपये भेज रही है. मीटर भी काफी तेज चलता है.
एकाएक मीटर कहां से कहां पहुंच रहा है. ऐसे में उपभोक्ताओं का शोषण हो रहा है. यह सब जानबूझ कर किया जाता है. प्रदर्शनकारियों में पताही के पंचायत समिति सदस्य अखिलेश ठाकुर, लोजपा नेता कुमोद पासवान, महेंद्र पासवान, संजय कुमार, रवींद्र ठाकुर, नरेश पंडित, नील मणि शाही, सतीश कुमार, हफीजुल, मुनटुन पासवान का आरोप है कि कंपनी उपभोक्ताओं का शोषण कर रही है. गलत बिल से लोग परेशान हैं. मीटर रीडिंग के हिसाब से बिजली बिल नहीं भेजा जाता है.
इधर, कंपनी के पीआरओ आसिफ मसूद ने कहा, उपभोक्ताओं का आरोप बिल्कुल गलत है. लोग बिना वजह हंगामा कर रहे थे. इन क्षेत्रों में 14 से 15 घंटे रोज बिजली दी जाती है. हंगामा कर रहे उपभोक्ताओं को समझा दिया गया है. इसके बाद वे वापस चले गये.