मुजफ्फरपुर: हत्याकांड के अभियुक्त की गिरफ्तारी नहीं होने व पुलिस की कार्यशैली से नाराज पीड़ित परिवार सोमवार को एसएसपी कार्यालय में आत्मदाह करने पहुंचा, लेकिन नगर पुलिस की तत्परता से बड़ी घटना टल गयी. एसएसपी ने मनियारी थानेदार को बुला कर फौरन अभियुक्त की गिरफ्तारी करने का निर्देश दिया है.
जानकारी के अनुसार मनियारी थाना क्षेत्र के पुरुषोत्तमपुर निवासी राम सेवक ठाकुर ने 24 अक्तूबर 2012 को शशि भूषण सिंह, रवींद्र सिंह, गरीब नाथ सिंह, प्रेम किशोर सिंह, ब्रज किशोर सिंह, संतोष कुमार, सिपाही जी व कन्हैया सिंह के विरुद्ध घर में घुस कर मारपीट व चोरी के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. मारपीट के क्रम में राम सेवक ठाकुर के मां पार्वती देवी की मौत हो गयी थी.
घटना के आठ माह बाद भी नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी में पुलिस की लचर कार्यशैली के विरोध में सोमवार को राम सेवक ठाकुर अपने परिवार के 11 लोगों के साथ एसएसपी कार्यालय आत्मदाह करने पहुंच गये.
हाथों में अभियुक्त की गिरफ्तारी की मांग की तख्ती लिये सुमन देवी, राम सूरत ठाकुर, राम दरश ठाकुर, राम सकल ठाकुर, जितेंद्र कुमार, ललन कुमार, आकाश कुमार, निहाल, पल्लवी व संजना दोपहर 12 बजे के करीब एसएसपी कार्यालय पहुंची. उनके हाथों में मिट्टी का तेल का डिब्बा था. आनन-फानन में नगर थानाध्यक्ष जितेंद्र प्रसाद को पूरे मामले की जानकारी दी गयी. एसएसपी के आदेश पाल गणोश कुमार ने मिट्टी तेल का डिब्बा लेकर बहा दिया. एसएसपी सौरभ कुमार ने मनियारी थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह को बुला कर अविलंब अभियुक्तों की गिरफ्तारी का निर्देश दिया है. वही शशि भूषण सिंह के आवाज को वॉयस स्पेक्ट्रोग्राफी के लिए कहा गया है.