मुजफ्फरपुर: मिड लाइन टेस्ट के मूल्यांकन की धीमी रफ्तार पर राज्य परियोजना ने नाराजगी जतायी है. जिसके बाद सर्व शिक्षा अभियान ने मिड लाइन टेस्ट का मूल्यांकन कर रही एजेंसी को ब्लैक लिस्टेड करने का मन बना लिया है.
ऐसे में टेस्ट के उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन कर रही है, संबंधित एजेंसी मेसर्स प्रगति इंपायर को ब्लैक लिस्टेड करने की चेतावनी दी गयी है.
निर्धारित समय पर काम पूरा नहीं करने पर भुगतान राशि में से कटौती किये जाने की बात कही गयी है. हाल में एजेंसी ने जो रिपोर्ट विभाग को उपलब्ध कराया है. उसके तहत कक्षा -3 में 94 हजार 6 सौ 82 बच्चों की उत्तर पुस्तिका में मात्र 17 फीसदी मूल्यांकन का काम पूरा हुआ है. इसी तरह कक्षा-5 में 95 हजार 8 सौ 26 बच्चों में 13 फीसदी व कक्षा-7 में 75 हजार 7 सौ 55 बच्चों में 13 फीसदी उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन किया गया है. डीपीओ सर्व शिक्षा अभियान जियाउल होदा खां ने बताया कि यह रिपोर्ट संतोषजनक नहीं है. यही स्थिति रही तो एजेंसी को ब्लैक लिस्टेड करते हुए राज्य परियोजना को सूचित किया जायेगा.