मुजफ्फरपुर: जंकशन स्थित आरक्षण केंद्र पर शुक्रवार को तत्काल टिकट जारी होने के समय दिल्ली से आयी रेलवे बोर्ड की विजिलेंस टीम ने छापेमारी कर एक टिकट बिचौलिये को पकड़ लिया. उसके पास से नई दिल्ली जाने का दो कंफर्म टिकट सहित हजारों रुपये नगद बरामद किया गया है. पूछताछ में पता चला कि वह पूर्व में जेल भी जा चुका है. छापेमारी में आरक्षण केंद्र का एक क्लर्क भी संदेह के घेरे में है. उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई तय मानी जा रही है.
जानकारी के अनुसार, तत्काल टिकट में आये दिन गड़बड़ी की सूचना पर शुक्रवार की सुबह 7 बजे ही दिल्ली से रेलवे बोर्ड सतर्कता विभाग के निदेशक के नेतृत्व में छह सदस्यीय टीम मुजफ्फरपुर आ गयी थी. सुबह से ही विजिलेंस की टीम आरक्षण केंद्र पर सादे लिबास में नजर गड़ाये थी. साढे आठ बजे टोकन देने के समय ही वह बारीकी से एक-एक यात्री पर नजर रख रही थी.
करीब साढे 10 बजे आरक्षण केंद्र से एक 35 साल के युवक को टीम के सदस्यों ने पकड़ लिया. उसकी पहचान आकाश कुमार के रुप में हुई. तलाशी के दौरान उसके पास से विजिलेंस टीम ने 43310 रुपये नगद बरामद किया . वही उसके पास से 29 जून को जाने वाला तत्काल का दो कंफर्म टिकट बरामद किया गया. एक टिकट पर चार यात्रियों का स्लीपर क्लास में बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस का व दूसरा टिकट वैशाली एक्सप्रेस के द्वितीय वातानुकूलित में तीन यात्रियों का उसके पास से बरामद किया गया. वही चार आरक्षण फार्म विभिन्न ट्रेनों का भरा मिला.
वही दीपक कुमार व एक अन्य नाम से जारी पहचान पत्र की फोटो कॉपी भी बरामद की गयी है. उसके मोबाइल जब्त कर विजिलेंस टीम ने जांच की.पकड़े जाने के बाद उसे आरपीएफ के हवाले कर दिया गया है. इधर, विजिलेंस की टीम ने आरक्षण काउंटर पर छापेमारी कर छानबीन की. एक काउंटर पर गड़बड़ी पायी गयी है. हालांकि विजिलेंस की टीम कुछ भी खुलासा करने से परहेज कर रही थी. विजिलेंस टीम का कहना था कि एक क्लर्क के खिलाफ गड़बड़ी पायी गयी है. उसके खिलाफ विभागीय रिपोर्ट सौंपी जायेगी. यहां बता दें कि छह माह में अब तक पांच टिकट बिचौलिये को पकड़ा जा चुका है.