मुजफ्फरपुर: एस्सेल के अधिकारियों पर ढाई लाख रुपये रिश्वत मांगने का मामला विशेष निगरानी न्यायालय में दर्ज किया गया है. काजीमुहम्मदपुर थाना क्षेत्र के आमगोला स्थित डायनेमिक मारुति सेंटर के संजय कुमार ने मंगलवार को कंपनी के अधिकारियों पर बिजली बिल सुधार के नाम पर ठगी, जालसाजी व भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है.
उपभोक्ता ने विद्युत वितरण कंपनी एस्सेल माड़ीपुर कार्यालय के अधिकारी संजय सिंह, कर्मचारी प्रभात रंजन व पीआरओ आसिफ मसूद को आरोपित बनाया है. न्यायालय ने इस मामले को सुनवाई पर रख लिया है. मामला दर्ज कराने के बाद कंपनी के अधिकारी आरोपों से घिरते जा रहे हैं.
मीटर बदलने के बाद भेजा 3.84 लाख रुपये का बिल. उपभोक्ता संजय का आरोप है कि वह विद्युत विभाग का उपभोक्ता है. दावा है कि वे लगातार विपत्र का भुगतान भी कर रहे हैं. इस बीच आरोपितों ने 16 सितंबर को बिजली का मीटर बदला. मीटर बदलने के बाद अगस्त व सितंबर माह का बिल एकाएक 3.84 लाख रुपये भेज दिया. इसके बाद आरोपितों से अधिक बिजली बिल आने शिकायत की.
रिश्वत नहीं देने पर हुई थी पिटाई. जब आरोपितों से दोबारा मिला तो बिल सुधार के लिए ढाई लाख रुपये रिश्वत की मांग की. जब रिश्वत की राशि देने से इनकार कर दिया तो आरोपितों ने एस्सेल कार्यालय में पिटाई की, जिसको लेकर काजीमुहम्मदपुर में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. आरोपितों ने नाजायज लाभ लेने के लिए गलत बिल उपभोक्ता को भेजते हैं. उपभोक्ताओं से नाजायज बिजली बिल वसूलते हैं. नाजायज बिल देने के लिए उपभोक्ताओं पर दबाव बनाते हैं. ऐसे में उपभोक्ता काफी परेशानी महसूस करते हैं.