मुजफ्फरपुर: केजरीवाल मातृसदन के जनरल वार्ड से विधान पार्षद दिनेश सिंह की पुत्र वधू खुशी कुमारी उर्फ पम्मी का नवजात बच्च गायब हो गया है. खुशी बेड नंबर 336 पर भरती थीं. गायब बच्चे का जन्म दो दिन पहले ऑपरेशन के जरिये हुआ था. घटना को दो महिलाओं ने अंजाम दिया, जो बच्चे को धूप दिखाने के बहाने से वार्ड से बाहर ले गयीं. इसके बाद दोनों का कोई पता नहीं चला.
मामले की सूचना मिलने पर अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया. हाई प्रोफाइल मामला होने की वजह से एसएसपी रंजीत मिश्र समेत पुलिस अधिकारी जांच को पहुंचे, लेकिन बच्चे व उसको चोरी करनेवाली महिलाओं के बारे में कोई शाम पुलिस को वो सीसीटीवी फुटेज मुहैय्या करा दिया, जिसमें एक महिला वार्ड से बच्च लेकर निकल रही है. उसके साथ एक और महिला है. दोनों बच्चे के साथ हंसते हुये बाहर निकल रही थीं. पुलिस अब इन महिलाओं की पहचान में जुटी है. वहीं, सूचना मिलने पर गायघाट की विधायक वीणा देवी अस्पताल पहुंची. उन्होंने मामले की जानकारी ली.
पारू प्रखंड के बड़ा दाउदपुर की रहनेवाली खुशी कुमारी उर्फ पम्पी का बच्चा गायब होने से बुरा हाल है. वो लगातार रो रही थीं. उनके परिजनों ने बताया कि दोपहर तीन बजे के आसपास खुशी बच्चे के साथ बेड पर थी. इस दौरान पास फर्श पर उनका देवर लेटा था. तभी दो महिलाएं आयीं. वो आपस में बात कर रही थीं. उन्होंने बच्चे को खिलाना शुरू कर दिया. खुशी को लगा महिलाएं अस्पताल में भरती किसी मरीज की परिजन होंगी. इस वजह से वजह से उसने दोनों महिलाओं से सवाल नहीं किया. इसके बाद महिलाओं ने बच्चे को गोद में उठा लिया. उनमें से एक महिला ने पम्मी से कहा, हम बच्चे को धूप दिखा कर लाते हैं. वो बच्चे को लेकर बाहर जाने लगी, तो दूसरी महिला भी उसके पीछे चली गयी.
पम्मी ने दोनों महिलाओं के बच्चे को ले जाने का भी विरोध नहीं किया, लेकिन जब दस मिनट तक महिलाएं बच्च लेकर वापस नहीं आयीं, तो पम्मी को शक हुआ. उन्होंने पास में लेटे अपने देवर को सारी बात बतायी. उसने अस्पताल के बाहर जाकर बच्चे को देखा, लेकिन वो महिलाएं नहीं दिखीं. इसके बाद पम्मी रोने लगी. उसने मामले की सूचना अपने पति अभिषेक कुमार को दी. अस्पताल प्रशासक बीबी गिरी को जानकारी दी गयी. उन्होंने मामले की सूचना एसएसपी रंजीत मिश्र को दी.
कुछ ही देर में एसएसपी व सिटी एसपी पुलिस अधिकारियों के साथ अस्पताल पहुंचे. दोनों अधिकारी ने मामले के बारे में अस्पताल प्रबंधन से जानकारी ली. इसी बीच सूचना मिलने पर गायघाट विधायक वीणा देवी अस्पताल पहुंची. उन्होंने परिजनों से जानकारी ली. इसके बाद अस्पताल प्रशासक के साथ एसएसपी, सिटी एसपी व विधायक ने लगभग ढाई घंटे तक सीसीटीवी फुटेज देखा. इसमें 3.26 बच्चे लाल साड़ी में एक महिला बच्चे को जनरल वार्ड से निकलते दिख रही है. सामने अस्पताल का कर्मचारी कुर्सी पर बैठा है, लेकिन उसकी ओर से कोई पूछताछ नहीं की गयी. इसके बाद ये महिला अस्पताल से काउंटर वाले बरामदे में पहुंचती है. वार्ड से बरामदे तक पहुंचने में इसे लगभग एक मिनट लगता है. यहीं पर उसकी मुलाकात पीछे से आ रही दूसरी महिला से होती है, जो हंस रही है. इसके बाद 3.27 बजे महिला अस्पताल के पोर्टिको में बच्च लिये दिखती है, जो बाहर जा रही है. इसके बाद से बच्चे का पता नहीं चलता है.
फुटेज देखने के बाद अधिकारियों ने अस्पताल के कर्मचारियों को एक-एक करके बुलाया और उनसे फुटेज में दिखनेवाली महिलाओं के बारे में जानकारी मांगी, लेकिन कोई भी बता नहीं सका. एसएसपी ने नवजात की मां पम्मी से बात की. इसके बाद वार्ड में डय़ूटी पर मौजूद स्टाफ, नर्स, दवा दुकानदार व सफाई कर्मियों से भी पूछताछ की. प्रशासक ने जब बीएसटी मंगाया तो उसमें बच्चे की चिकित्सीय जांच का पुरजा नहीं था. करीब पौन तीन घंटे की जांच के बाद एसएसपी ने सिटी एसपी को जांच करने को कहा. वो अस्पताल से वापस चले गये. देर रात तक सिटी एसपी मामले की जांच कर रहे थे.
हिरासत में लिये गये दो गार्ड
सीसीटीवी में बच्चे को बाहर लेकर निकलते समय दो गार्ड से उसकी बात हुई थी. फुटेज की तस्वीर देख कर एसएसपी ने गार्ड को बुलाया. दोनों गार्ड ने कहा कि एक महिला अस्पताल से बाहर निकल रही थी. उसने कहा कि वह शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ आलोक कुमार से दिखा कर आ रही हैं, उन्होंने सजर्न को दिखाने के लिए कहा है, इसलिए बच्चे को लेकर बाहर जा रही हूं. हालांकि गार्ड ने उसका पुरजा चेक नहीं किया. गार्ड के बयान पर डॉ आलोक कुमार को बुलाया गया. उन्होंने बताया कि एक नवजात के पैर में चोट लगी थी, उसे उन्होंने सजर्न को दिखाने के लिए कहा था, लेकिन उसके परिजन उसे लेकर कहां गये इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. एसएसपी ने दोनों गार्ड को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया. जिसमें अजय कुमार जगलालपुर गांव व राकेश कुमार रामपुर का रहने वाला है. इसके बाद सीसीटीवी फुटेज में दिखी एक संदिग्ध महिला मीना देवी को भी हिरासत में लिया गया है, वो साहेबगंज की रहनेवाली है. उसका कोई मरीज अस्पताल में भरती है. तीनों से पूछताछ की जा रही है. इधर, देर रात विधान पार्षद दिनेश सिंह भी अस्पताल पहुंचे. नगर विधायक सुरेश शर्मा ने भी अस्पताल पहुंच कर मामले की बारे में जानकारी ली.
केजरीवाल मातृसदन में वारदात
दो दिन पहले हुआ था बच्चे का जन्म
ऑपरेशन से हुआ था बच्चे का जन्म
धूप दिखाने के बहाने ले गयीं दो महिलाएं
दिन में 3.26 बजे हुई चोरी की घटना
अस्पताल के गार्डो को दिया झांसा
कहा, बच्चे को सजर्न को दिखाने जा रहे
गार्डो ने नहीं की थी पुरजे की जांच
देर रात तक अस्पताल में थे दिनेश सिंह
सीसीटीवी फुटेज में दिखी बच्चा चोर महिला
1.11 मिनट में अस्पताल से बाहर निकलीं
दो गार्ड व एक महिला को लिया हिरासत में
– एसएसपी तीन घंटे तक रहे अस्पताल में
दोपहर 3.40 में मुङो पता चला कि अस्पताल से नवजात गायब हो गया है. मैंने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी. उसके बाद एसएसपी यहां आकर जांच में जुट गये. हमलोगों ने कई बार सीसीटीवी का फुटेज देखा. स्टाफ को भी बुला कर पहचानने को कहा, लेकिन महिला का पता नहीं चल सका. किसी अनजान को उन्हें बच्च नहीं देना चाहिए था. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
बीबी गिरि, प्रशासक, केजरीवाल अस्पताल
नवजात चोरी के मामले में दो गार्ड व एक महिला हिरासत में लिया गया है. तीनों से पूछताछ की जा रही है.
राजेंद्र भील, सिटी एसपी, मुजफ्फरपुर