मुजफ्फरपुर: जालसाजी कर लाखों रुपये की जमीन रजिस्ट्री कराने के विरोध में पीड़ित परिवारों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट में धरना दिया. धरना पर पवन कुमार उपाध्याय का पूरा परिवार बैठा था.
इस दौरान लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. पवन कुमार उपाध्याय की पत्नी मिंटू उपाध्याय का आरोप है कि जमीन जालसाजी की प्राथमिकी कराने के बाद भी अभी तक पुलिस अभियुक्तों को बचा रही है. पुलिस ने आरोपित सिकंदरपुर निवासी विनोद कुमार के समक्ष सरेंडर कर दिया है. धरना के बाद लोगों ने जिला पदाधिकारी अनुपम से मुलाकात की. डीएम श्री कुमार ने एसएसपी से जालसाजी की जांच करा उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया. इसके बाद लोग अपने घर लौटे.
मिंटू बताती है कि उसके पति पवन कुमार उपाध्याय मानसिक तौर पर परेशानी में रहते हैं. धोखाधरी कर 88 डिसमिल जमीन सिकंदरपुर निवासी स्व. विश्वनाथ प्रसाद हिसारिया व विनोद कुमार ने रजिस्ट्री करा ली. जमीन का डेढ़ करोड़ रुपये गबन कर लिया. इसको लेकर पिछले वर्ष 11 अक्तूबर को नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गई. प्राथमिकी के तेरह माह हो गये, लेकिन पुलिस ने कोई भी कार्रवाई नहीं की है. जमीन बिक्री का पैसा कहां व किस बैंक में है, यह जांच का विषय है. विनोद कुमार के रजिस्ट्री के कागजात में उपयोग मेरे पति के फिंगर प्रिंट की जांच होनी चाहिए. जमीन फर्जीवाड़ा के कारण सारे परिवार सड़क पर आ चुके हैं. न्याय नहीं मिली तो पूरा परिवार आत्मदाह करेंगे. धरना में मिंटू देवी, शनि कुमार, सोनू कुमार, रमेश प्रसाद अजय सिंह, जय किशोर तिवारी, सोनम कुमारी, नेहा कुमारी, नवीन तिवारी, अजय सिंह, गीता देवी मौजूद थे. .