मुजफ्फरपुर: जिले में 100 रुपये का नॉन ज्यूडिशयल स्टांप पेपर दो माह से समाप्त है. अंतिम बार वेंडरों के नाम तीन मई को जिला स्ट्रांग रूम से स्टांप पेपर की निकासी हुई थी. इसके बाद से 100 रुपये का स्टांप पेपर नहीं मिला है. इसके कारण लोगों को सौ के जगह 50-50 रुपये के दो स्टांप पेपर से काम चलाना पड़ रहा है.
बताया जाता है कि 100 रुपये के स्टांप पेपर की किल्लत मुजफ्फरपुर में ही नहीं पूरे बिहार में है. इसके कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सबसे ज्यादा परेशानी मुआवजा भुगतान के लिए 100 रुपये के स्टांप पेपर पर बंध पत्र बना कर जमा करने वाले किसानों को होना पड़ रहा है. इसके अलावा बैंक से किसान क्रेडिट कार्ड समेत किसी भी प्रकार के ऋण लेने व अन्य एग्रीममेंट कार्यो में भी लोगों को काफी परेशानी हो रही है.
100 रुपये के स्टांप पेपर की
किल्लत के कारण सरकार को राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है. डेढ़ माह से यह किल्लत जारी है. प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गयी. हालांकि, संबंधित विभाग के अधिकारी बताते हैं कि यह समस्या जून तक बरकरार रहेगी. नासिक से स्टांप पत्रों की सप्लाइ के बाद जुलाई से स्थिति में सुधार होने की संभावना है.