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मुजफ्फरपुर : चाय की चुस्की तो प्राय: हर कोई लेता है. इसे बनाने में चाय पत्ती का प्रयोग होता है. प्राय: चाय बनाने के बाद इसे फेंक दिया जाता है. पर कभी सोचा है, इस बेकार चाय पत्ती की मदद से बिजली भी पैदा की जा सकती है. ऐसा हो सकता है कि इसे कर […]
मुजफ्फरपुर : चाय की चुस्की तो प्राय: हर कोई लेता है. इसे बनाने में चाय पत्ती का प्रयोग होता है. प्राय: चाय बनाने के बाद इसे फेंक दिया जाता है. पर कभी सोचा है, इस बेकार चाय पत्ती की मदद से बिजली भी पैदा की जा सकती है. ऐसा हो सकता है कि इसे कर दिखाया है अतीश रंजन ने. राइन एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में फैक्ट्री मैनेजर अतीश मूल रू प से पटना के आशियाना नगर निवासी हैं, लेकिन उनका पूरा बचपन मुजफ्फरपुर के कस्टम कॉलोनी इमलीचट्टी में गुजरा.
यहीं उन्होंने अपनी स्कूल शिक्षा भी पूरी की. फिलहाल उनका प्रयोग शुरुआती दौर में है. बेकार चायपत्ती की मदद से 10 से 15 वोल्ट की बैटरी का वो निर्माण कर चुके हैं. इसकी मदद से सामान्य डीसी पंखा चलाया जा सकता है. अतीश की इच्छा एक ऐसी बैटरी निर्माण की है जिससे पूरे घर को बिजली मुहैया कराया जा सके. इस प्रयोग में उनकी मदद कर रहे हैं भौतिकी के प्राध्यापक डॉ एबी शरण, पूरा प्रयोग वर्मी कंपोस्टिंग पर आधारित है.
कैसे होता है निर्माण
अतीश कुमार के अनुसार, मिट्टी व बेकार चायपत्ति को समान अनुपात में मिलाकर मिक्सचर बनाया जाता है. फिर उस मिक्सचर को एक प्लास्टिक कंटेनर में रखकर उसका पीएच वैल्यू शांत किया जाता है. जब तक यह जारी रहता है, जब तक पीएच मान न्यूट्रल न हो जाये. पीएच मान न्यूट्रल होने के बाद कंटेनर में दस वर्म (कीड़ा) मिलाया जाता है. वर्मी कंपोस्ट में 10 दिन लगते हैं. प्रत्येक दिन पीएच मान, सैलिनिटी व कंडक्टिविटी की जांच की जाती है. चाय की चुस्की तो अधिकतम लोग लेते हैं. लेकिन कभी सोचा है चाय बनाने में जिस पत्ती का प्रयोग होता है.
लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में है नाम
डीएवी स्कूल से दसवीं व होली मिशन स्कूल से बारहवीं की पढ़ाई पूरी करने वाले अतीश का नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है. यह उपलब्धि उन्हें वर्ष 2013 में मिली. उस समय वे सत्यभामा विवि चेन्नई में बीइ इन मैकेनिकल एंड प्रोडक्शन के छात्र थे. अतीश ने तब अपने पांच अन्य दोस्तों, सरबजीत मुंडे, अंचल कुमार, विकास ज्योति, दिनेश चंदर व प्रतीक सोमानी के साथ मिल कर नि:शक्त लोगों लोगों के लिए एक विशेष कार बनायी थी.
यह कार रेनॉल्ट डस्टर कार को मोडिफाइ कर बनाया गया था. इसमें क्लच व गियर पैरों की बजाय हाथों में नियंत्रित होती है. इसकी अधिकतम स्पीड 50 किलोमीटर तक है. इसके लिए इसमें स्पीड गवर्नर लगाया गया है. इसका सफल परीक्षा 22 से 30 सितंबर तक हुआ था. तब अजरुन अवार्डी दीपा मल्लिक ने इसे कार को चेन्नई से दिल्ली 3.278 किलोमीटर तक ड्राइव किया था.
कॉमेडी नाइट विथ कपिल में भी दिखेंगे : अतीश कलर चैनल पर दिखाये जाने वाले कॉमेडी नाइट विथ कपिल में दिखायी देंगे. इसमें वे फिल्म अभिनेता गोविंदा के साथ ठुमके लगाते दिखेंगे. इसके लिए उनका चयन डिबेट के माध्यम से हुआ था. विषय था, प्यार के पैसा जरू री है या नहीं.
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