मुजफ्फरपुर: जमीन विवाद में मुशहरी थाना क्षेत्र के मणिका विशुनपुर चांद निवासी प्रवीण कुमार ने गोली मारने की साजिश रच दी. यहीं नहीं, गांव के उप मुखिया समेत तीन लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी.
पुलिस ने दो को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया, लेकिन मोबाइल के टावर लोकेशन व डॉक्टर की रिपोर्ट से उनकी कलई खुल गयी. डीएसपी पूर्वी ने पर्यवेक्षण रिपोर्ट में दर्ज मुकदमे को असत्य पाते हुए कपड़ा व्यवसायी प्रवीण कुमार पर मुशहरी थानाध्यक्ष को धारा 182/211 के तहत प्रतिवेदन सौंपने का निर्देश दिया है. प्रतिवेदन मिलने पर कपड़ा व्यवसायी के खिलाफ झूठा मुकदमा करने की प्राथमिकी दर्ज की जायेगी.
जानकारी के अनुसार, प्रवीण कुमार ने 30 जुलाई को गांव के ही विजय सिंह, अशोक पाठक व लाल बाबू सिंह पर गोली मार कर जख्मी करने की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. पुलिस ने आनन-फानन में अशोक पाठक व लाल बाबू सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इस पर ग्रामीणों ने विरोध भी जताया था. एसएसपी को बताया गया कि जमीनी विवाद में जान बूझ कर तीनों को फंसाया गया है. एसएसपी के निर्देश पर डीएसपी पूर्वी ने पूरे मामले की जांच की. जांच में पाया गया कि तीनों से पूर्व से ही प्रवीण का जमीन संबंधी विवाद चल रहा था. उसने फंसाने की नीयत से साजिश रच दी. जांच में पाया गया कि प्रवीण ने प्राथमिकी में घटना करीब रात 8.30 बजे की बतायी थी, लेकिन उनके मोबाइल का रात 8.52 बजे टावर लोकेशन गांव में था. वहीं अभियुक्त बनाये विजय सिंह के मोबाइल का लोकेशन घटना के समय अहियापुर में पाया गया. यहीं नहीं, एसकेएमसीएच के डॉक्टरों ने प्रवीण के जख्म प्रतिवेदन में लिखा कि प्रवीण के बांह पर निशान नहीं मिले है. दोनों अभियुक्त अशोक व लाल बाबू सिंह को पर्यवेक्षण रिपोर्ट के आधार पर कोर्ट से जमानत मिल गयी है.