मीनापुर : सिवाइपट्टी थाने में सोमवार को बम विस्फोट में जमादार अवधेश सिंह बुरी तरह जख्मी हो गये. बम विस्फोट के बाद अफरा-तफरी मच गई. घायल जमादार को उपचार के लिए मीनापुर पीएचसी लाया गया. मगर हड़ताल के कारण उन्हें एसकेएमसीएच में भरती कराना पड़ा. स्थित बिगड़ती देख बेहतर इलाज के लिए उन्हें पटना मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया.
पुलिस सूत्रों के अनुसार निष्क्रिय बम को हटाने के क्रम मे विस्फोट हुआ. नालंदा के रहने वाले अवधेश सिंह ने एक माह पूर्व ही सिवाइपट्टी थाना में जमादार के पद पर योगदान दिया था. थानाध्यक्ष अरुणंजय कुमार ने बताया कि घायल जमादार का पटना में इलाज चल रहा है. उनकी स्थिति में तेजी से सुधार हो रहा है. थानाध्यक्ष ने बताया कि बरामदा में निष्क्रिय बम को हटाने से घटना हुई है.
थानाध्यक्ष ने यह भी कहा कि हो सकता है कि बिजली की चिनगारी उड़ने से बम विस्फोट हुआ हो. बहुत पहले बरामदा में बम को निष्क्रिय कर रखा गया था. सिवाइपट्टी पहुंचने पर ही वह विस्तृत जानकारी दे सकेंगे. फिलहाल वे पटना में हैं. इधर, निष्क्रि य बम का फटना लोगों के लिए पहेली बना हुआ है.
* पकड़ी डाका कांड के लिए बना था बम
सिवाइपट्टी थाने में बम विस्फोट की घटना रहस्यमय बन गया है. तीन मई को पकड़ी गांव के हार्डवेयर व्यवसायी राजेश कुमार के घर में डकैती के बाद जिंदा बम पुलिस ने टेंगरारी चौर से बरामद किया था. डकैतों ने सामान बंटवारा के बाद जिंदा बम को मक्के की खेत में ही छोड़ दिया था. यहां बम बांधने के दौरान हुए विस्फोट में दो डकैत भी घायल हो गये थे.
घायल डकै तों की पहचान अहियापुर थाना के मिठन सराय गांव निवासी अब्दुल व मंजूर आलम के रूप में की गयी थी. तीन मई को पकड़ी गांव में राजेश कुमार के घर में सात लाख का डाका डाला गया था. डकैती के लिए जिंदा बम को पुलिस ने टेंगरारी चौर से बरामद किया था. निष्क्रिय करने के बाद उसका बारूद व अन्य सामानों को अलग-अलग कर दिया गया. इसके बाद भी बम विस्फोट होना चौका देता है. बम के अलग-अलग सामग्री को जांच के लिए भेजा जाना था. लेकिन कैसे यह विस्फोट हुआ समझ में नहीं आ रहा. पकड़ी डकैती कांड के लिए बने बम से पहले दो डकैत अब जमादार का जख्मी होना चौका देता है.