मुजफ्फरपुर: खास महाल की जमीन पर अवैध तरीके से बने बहुमंजिला मीनाक्षी होटल मामले में प्रशासनिक शिकंजा कसता जा रहा है.
मामले की गंभीरता के मद्देनजर जिलाधिकारी अनुपम कुमार ने डीडीसी सह जिला परिषद के मुख्य कार्यपालक अधिकारी से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. डीएम ने कहा कि रिपोर्ट आने के बाद निर्माण के हर पहलुओं को खंगाला जायेगा. इधर, होटल के लीज व निर्माण की अनुमति से जुड़ी मूल संचिकाओं की खोज छठे दिन भी जारी रहा. हाइ प्रोफाइल मामले का संचिका गायब होने से कर्मचारियों के होश उड़े हुए हैं. संचिका कैसे गायब हुई, यह चर्चा का विषय बना हुआ है.
जिला परिषद के दौड़ लगाने कई कर्मचारी संदेह के घेरे में है. दरअसल, भूमि सुधार उपसमाहर्ता कार्यालय से सितंबर 2012 में जिला परिषद को नोटिस दिया गया था. इसके बाद 2013 में तत्कालीन अपर समाहर्ता धनंजय ठाकुर ने फाइल को देखने के लिए मंगायी थी, लेकिन इस फाइल का किसी कार्यालय में इंट्री नहीं कराने की बात कही जा रही है. मौखिक रुप से ही फाइल को मंगाया गया था. फाइल का गुम हो जाना पूरे सिस्टम पर सवाल खड़ा करता है.
आज सौंपी जानी थी रिपोर्ट
मीनाक्षी होटल पर सीएजी की आपत्ति के बाद राजस्व व भूमि सुधार विभाग ने पूरे मामले की रिपोर्ट नौ सितंबर तक देने का निर्देश दिया था. मगर संचिका नहीं मिल पाने के कारण रिपोर्ट को अगले दो तीन में विभाग को भेजा जायेगा.