मरीज ने खुद के पैसे से खरीदा पंखा

मुजफ्फरपुर: सदर अस्पताल के आइसीयू में भरती बंदरा प्रखंड के झगड़ू महतो को स्टैंड फैन की कीमत चाहिए. तीन दिन पूर्व गरमी से परेशान होकर उन्होंने तीन हजार में स्टैंड फैन मंगवाया था. जेनरेटर से आइसीयू का एसी नहीं चलने के कारण पिछले चार दिनों से सो नहीं पाये थे. मजबूरी में उन्होंने अपने परिजनों […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 19, 2014 7:08 AM

मुजफ्फरपुर: सदर अस्पताल के आइसीयू में भरती बंदरा प्रखंड के झगड़ू महतो को स्टैंड फैन की कीमत चाहिए. तीन दिन पूर्व गरमी से परेशान होकर उन्होंने तीन हजार में स्टैंड फैन मंगवाया था.

जेनरेटर से आइसीयू का एसी नहीं चलने के कारण पिछले चार दिनों से सो नहीं पाये थे. मजबूरी में उन्होंने अपने परिजनों से पंखा खरीद लाने को कहा. अब वे पंखे की कीमत के लिए अस्पताल प्रशासन से फरियाद कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनके पेट में पत्थर है. वे जांडिस से पीड़ित हैं. बिजली चले जाने के बाद जेनरेटर से यहां का एसी नहीं चलता. रूम बंद होने से रात में काफी परेशानी होती है.

चार दिन पहले अस्पताल की ओर से यहां लगा पंखा भी हटा लिया गया. गरमी से उनकी स्थिति खराब होने लगी थी. बचा कर जो रुपये रखे थे, उससे पंखा मंगवा लिया. अस्पताल को इसका रुपया देना चाहिए. हम जब ठीक हो जायेंगे तो पंखा यहीं छोड़ कर चले जायेंगे. हालांकि अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ नरेश चौधरी ने कहा कि उन्हें मरीज की ओर से पंखा खरीदे जाने की सूचना नहीं है. इस मद में वे राशि भी नहीं दे सकते.

अस्पताल प्रशासन को मरीजों की परवाह नहीं : आइसीयू में भरती मरीजों की परवाह अस्पताल प्रशासन को नहीं है. तीन दिन पूर्व यहां का स्टेबलाइजर जल जाने के बाद भी उसे दुरुस्त नहीं किया गया. आइसीयू में बिना स्टेबलाइजर के विद्युत आपूर्ति कर दी गयी है. जेनरेटर से एसी नहीं चलने की समस्या के एक महीने बीत चुके हैं, लेकिन इसे दुरुस्त नहीं किया जा सका. ऑक्सीजन के लीक पाइप लाइन की भी मरम्मत नहीं हुई. मरीजों के लिए किराये पर लाये गये दो स्टैंड फैन को भी आइसीयू से हटा लिया गया, हालांकि उपाधीक्षक को समस्या नहीं दिखती. वे कहते हैं सारी चीजें दुरुस्त है.

डायरिया के आये छह मरीज

मुजफ्फरपुर. जिले में डायरिया ने पांव पसारना शुरू कर दिया है. एसकेएमसीएच में प्रतिदिन डायरिया के रोगियों को भरती करना पड़ रहा है. सोमवार को भी छह मरीज आये. चिकित्सकों का कहना है कि उमस भरे मौसम व गंदगी के कारण डायरिया रोग का प्रकोप बढ़ने लगा है.

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