मुजफ्फरपुर: एसकेएमसीएच के प्राचार्य डॉ डीके सिन्हा के पत्र को गंभीरता से लेते हुए डीएम अनुपम कुमार ने मुख्य नाला जाम करने वाले पर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया है. मुख्य नाला के जाम रहने से मेडिकल की नारकीय स्थिति बन गयी है. उसके आंतरिक व वाह्य परिसर में गंदा पानी के जमावड़ा से दरुगध फैल रहा है, जिससे संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है. इससे निजात दिलाने के लिए प्राचार्य डॉ सिन्हा ने डीएम को पत्र लिख कर गुहार लगायी थी.
मालूम हो कि मेडिकल के दक्षिणी साइड से मुख्य नाला निकला है. बारिश का पानी भी इसी नाले से होकर पीछे पोखर में चला जाता था. उस नाला को कुछ महीने से जाम कर दिया है. इसे मेडिकल प्रशासन अतिक्रमण बताता है. जिन लोगों ने नाला को जाम कर रखा है, उनका दावा है कि मेडिकल प्रशासन उनकी जमीन से नाला निकाल रखा है. इससे उन्हें भारी क्षति होती है. उधर, जाम होने से नाले का बजबजाता पानी ओवरफ्लो हो कर परिसर में लग जाता है. वहीं जेनरल व इमरजेंसी वार्डो से निकलने वाला पानी भी नालियों में ही जमा रह जाता है. गंदे पानी के फैलने से दरुगध फैलाने लगता है. हाल में हुई बारिश के कारण पानी का आंतरिक व वाह्य परिसर में जमा होने से मरीजों व उनके परिजनों के साथ डॉक्टरों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
मुख्य नाला के जाम कर दिये जाने से अस्पताल के अंदर व बाहर पानी का जमावड़ा लगा रहता है. इससे काफी परेशानी होती है. इसके लिए भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को पत्र लिखा गया था. कार्रवाई नहीं होने पर जिलाधिकारी से इस समस्या के समाधान के लिए गुहार लगायी गयी. इसी पर उन्होंने प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया है.
डॉ डीके सिन्हा, प्राचार्य, एसकेएमसीएच