मुजफ्फरपुर: एसकेएमसीएच में एमबीबीएस छात्रों की पढ़ाई व मरीजों के इलाज में डॉक्टरों का संकट नहीं होगा. लंबे अरसे के इंतजार के बाद एमसीआइ के मापदंड को आधार मानते हुए स्वास्थ्य विभाग ने एमबीबीएस की 100 सीट को बढ़ा कर 250 कर दिया है.
साथ ही 741 विशेषज्ञों व डॉक्टरों का पद सृजति कर नियुक्ति के लिए हरी झंडी दे दी है. एक सितंबर से डॉक्टरों की नियुक्ति की प्रक्रिया आरंभ हो जायेगी.
अब वहां 895 डॉक्टर छात्रों को पढ़ाने के अलावा मरीजों का इलाज भी करेंगे. एमबीबीएस छात्रों की सीट बढ़ने व 741 डॉक्टरों के नये पद की सूचना बुधवार को मुख्यालय से एसकेएमसीएच के प्राचार्य डॉ डीके सिन्हा को मिली. इन पदों में 28 प्रोफेसर, 86 एसोसिएट प्रोफेसर, 174 असिस्टेंट प्रोफेसर, 239 टय़ूटर व 214 जूनियर डॉक्टर हैं. एसकेएमसीएच में इस नयी व्यवस्था पर उन्होंने खुशी जतायी है.
38 वर्ष बाद मिले डॉक्टर. एसकेएमसीएच की स्थापना के 38 वर्ष बाद डॉक्टरों का पद सृजित किया गया है. एसकेएमसीएच की स्थापना 1976 में हुई थी. उस वर्ष मरीजों के लिए 325 बेड थे. एमबीबीएस के छात्रों के लिए 50 सीट थी. दोनों कार्यो के लिए 154 डॉक्टरों की बहाली हुई थी. बाद के अंतराल में एमबीबीएस की सीटों की संख्या बढ़ कर 100 हो गयी. मरीजों का बेड भी 535 हो गया, लेकिन डॉक्टरों की संख्या नहीं बढ़ी. नतीजा मरीजों की भीड़ लगातार बढ़ती रही. उस लिहाज से चिकित्सा व्यवस्था बेहतर नहीं हो पायी.