मुजफ्फरपुर : नगर थाना क्षेत्र के नूनफर मोहल्ले में 40 वर्ष से किराये के मकान में रह रही नीलम देवी व उसके पति शिवजी प्रसाद अपनी चार पुत्रियों, एक पुत्र व दामाद के साथ अचानक कहां चले लये. यह पता किसी को नहीं है. पुलिस को भी अब तक किसी ने कोई जानकारी नहीं दी. लेकिन, नीलम के साथ नॉन बैंकिंग कंपनियों से लोन लेकर महिला समूह ग्रुप में काम कर रही गुड़िया देवी, आशा देवी व फूल पति देवी काफी चिंतित हैं.
उनकी चिंता के दो कारण हैं. एक तो उसके साथ काम करने वाली टीम लीडर नीलम तीन जुलाई की रात घर खुला छोड़ पूरे परिवार के साथ कहीं चली गयी. उसके परिवार के साथ कोई अनहोनी तो नहीं हो गयी. दूसरी चिंता यह कि तीन नॉन बैंकिंग कंपनियां साईजा से 25 हजार, एसकेएस का बकाया आठ हजार व बंधन का बकाया पांच हजार नीलम पर हैं. ग्रुप नियम के अनुसार इन पैसों का भुगतान भी टीम के अन्य सदस्यों को ही करना होगा. हालांकि इन तीनों महिलाओं का यह भी कहना है कि लिट्टी के व्यवसाय से अच्छी आमदनी थी. ऐसे में घर छोड़ कर चला जाना आश्चर्यजनक है. घर में 50 हजार से अधिक सामान भी है.
इसके बाद भी घर खुला हुआ था. नीलम के घर से चले जाने की सूचना पर हम उसके घर गये व दरवाजे में ताला लगा दिया. लेकिन मकान मालिक ने ताला हटा कर अपना ताला लगा दिया.
महिलाओं ने प्रभात खबर कार्यालय में पहुंच कर बताया कि मकान मालिक अनिल कुमार से किराये को लेकर काफी दिनों से विवाद चलने की बात नीलम बताती थी. गुड़िया ने बताया कि दस महिलाओं के ग्रुप में तीन नन बैंकिंग कंपनी से पैसा लेकर वे छोटा व्यापार कर रही हैं. एसकेएस की लीडर नीलम, बंधन की लीडर फूलपति देवी व साईजा की लीडर गुड़िया देवी हैं.
नीलम के मकान मालिक अनिल कुमार से संपर्क करने की कोशिश की गयी.अनिल के पिता घर पर थे. वे इस संबंध में कुछ नहीं बता पाये. नगर थानाध्यक्ष सुनील कुमार शर्मा ने बताया कि इस संबंध में किसी ने जानकारी नहीं दी है. शनिवार की सुबह मामले की जांच पड़ताल करेंगे.