नहीं चलेगी बहानेबाजी, ट्रांसमिशन सिस्टम को करें दुरुस्त

मुजफ्फरपुर : बिजली आपूर्ति को पटरी पर लाने के लिए डीएम मो सोहैल ने एनबीपीडीसीएल के अधिकारियों को साफ तौर पर कहा कि अब बहानेबाजी नहीं चलेगी. ट्रांसमिशन सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए त्वरित कार्रवाई शुरू करें. पिछले कई दिनों से बिजली की लचर आपूर्ति पर नाराजगी जताते हुए डीएम ने कहा कि हर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 21, 2018 7:32 AM
मुजफ्फरपुर : बिजली आपूर्ति को पटरी पर लाने के लिए डीएम मो सोहैल ने एनबीपीडीसीएल के अधिकारियों को साफ तौर पर कहा कि अब बहानेबाजी नहीं चलेगी. ट्रांसमिशन सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए त्वरित कार्रवाई शुरू करें. पिछले कई दिनों से बिजली की लचर आपूर्ति पर नाराजगी जताते हुए डीएम ने कहा कि हर हाल में 24 घंटे के अंदर जले ट्रांसफॉर्मर को बदल कर नया लगाएं. वे सोमवार को बिजली विभाग के अधिकारियों के साथ कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा कर रहे थे.
ट्रांसफॉर्मर पर अधिक लोड : एनबीपीडीसीएल के अधिकारियाें ने माना कि पावर ट्रांसफॉर्मर पर अधिक लोड है. एस्सेल ने आधारभूत संरचना में कोई बदलाव व वृद्धि नहीं की है. बोर्ड द्वारा पूर्व में स्थापित पावर ट्रांसमिशन में लोड के अनुसार क्षमता विस्तार नहीं किया है.
कंज्यूमर की संख्या बढ़ी : दूसरी ओर कंज्यूमर की संख्या में लगभग 150 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. लोड ढाई गुना बढ़ गया है. इससे बिजली आपूर्ति में बाधा उत्पन्न हो रही है. डीएम ने कहा जिन पावर सब स्टेशन में पावर ट्रांसफॉर्मर की आवश्यकता है, उसका प्रस्ताव शीघ्र बोर्ड को भेजें.
वरीय अधिकारी कनीय अभियंता के काम की लगातार मॉनीटरिंग करें. सौभाग्य योजना के तहत सभी कार्यपालक अभियंता को अपने अधीन पीएसएस में नया बिजली कनेक्शन के लिए उपभोक्ताओं से आवेदन प्राप्त करने एवं एवं क्षेत्र में प्रचार-प्रसार कराने के लिए कहा गया. प्रत्येक महीने के 15 तारीख को आवेदनों को ग्राम वार छंटनी करते हुए उसका अंतिम रूप से निष्पादन करें. बैठक में डीपीआरओ कमल सिंह, कार्यपालक अभियंता एवं कनीय अभियंता उपस्थित थे.
11 पावर ट्रांसफॉर्मर की बढ़ेगी क्षमता
जिले की बिजली व्यवस्था को ठीक करने के लिए 11 पावर ट्रांसफॉर्मर की क्षमता बढ़ायी जायेगी. डीएम मो सोहैल ने एनबीपीडीसीएल के प्रबंध निदेशक को प्रस्ताव भेजा है. दरअसल, जिले में पिछले पांच सालों में उपभोक्ताओं की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है. अभी 3.5 लाख कनेक्शन हैं, जबकि वर्तमान पीएसएस 1.26 लाख कनेक्शन की क्षमता वाला है. इससे समझा जा सकता है कि बिजली आपूर्ति की स्थिति क्या है.
इन पीएसएस की बढ़ेगी क्षमता
माड़ीपुर – 10 एमवीए का दो ट्रांसफॉर्मर, नया टोला – 10 एमवीए का दो ट्रांसफॉर्मर, चंदवारा 10 एमवीए का 1, एमआइटी 10 एमवीए का 2, भीखनपुरा 10 एमवीए का 2, खबड़ा 5 एमवीए का अतिरिक्त ट्रांसफॉर्मर, एसकेएमसीएच में 10 एमवीए का अतिरिक्त, बेला 10 एमवीए

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