मुजफ्फरपुरः शिक्षा विभाग की वादा खिलाफी व शिक्षकों की समस्याओं के विरोध में तीन जून से शिक्षक आमरण अनशन करेंगे. टीइटी के आधार पर बहाल शिक्षकों को 15 महीने से वेतन नहीं मिल रहा है. आज तक अधिकारी वेतन देने की प्रक्रिया पूरी नहीं कर पाये हैं. तंग शिक्षक से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की उम्मीद नहीं की जा सकती है. शिक्षक विरोधी कार्य के खिलाफ परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ ने जिला पदाधिकारी के समक्ष अनिश्चितकालीन अनशन करने का फैसला लिया है.
संघ के प्रदेश अध्यक्ष वंशीधर ब्रजवासी व संयोजक प्रणय कुमार ने कहा कि माध्यमिक शिक्षकों व पुस्तकालय अध्यक्षों को महीनों से वेतन नहीं मिल रहा है. शिक्षक भूखमरी के कगार पर हैं. खास परेशानी उनको हो रही है जो बाहर से आकर यहां नौकरी करते हैं. जिला महासचिव अखिलेश कुमार सिंह ने कहा कि डीपीइ प्रशिक्षित शिक्षकों के संवर्धन कार्यक्रम का प्रमाण पत्र वितरण नहीं किया जा रहा है. अवैध वसूली के लिए प्रमाण पत्र में जानबूझ कर गलत पता लिखा गया है. इन्हें प्रशिक्षित वेतन भी नहीं दिया जा रहा है. इस मौके पर कोषाध्यक्ष माया शंकर कुमार प्रमंडलीय प्रवक्ता लखन लाल निषाद ने कहा, साहेबगंज में प्रभार नहीं देने के आरोप में 26 शिक्षकों का वेतन बंद कर दिया
गया है.
उमवि बरियारपुर की शिक्षिका रेखा कुमारी को गलत तरीके से निलंबित कर दिया गया. बच्च प्रसाद सिंह के हमला आरोपितों को संरक्षण दिया जा रहा है. जिला सचिव सुधांशु कुमार, शमशाद अहम साहिल, नीरज द्विवेदी, मोहन प्रसाद सिन्हा, राकेश रोशन, द्रोण कुमार, पंकज कुमार, हिमांशु शेखर, विजय कुमार, प्रबोध कुमार, नागेंद्र राय, मेराजुल हक साबरी, रफीक आलम, मनोज कुमार उपस्थित थे.