तकनीकी मामला होने से हो रहा विलंब : एसडीओ पूर्वी
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बीफ माफियाओं को लाभ पहुंचा रहा प्रशासन : नीरू
तकनीकी मामला होने से हो रहा विलंब : एसडीओ पूर्वी आरोप. बीफ फैक्टरी मामले में जिला प्रशासन की सक्रियता पर दिल्ली की टीम ने उठाये सवाल मुजफ्फरपुर : बेला में पकड़े के बीफ को लेकर जीव जंतु कल्याण बोर्ड की पदाधिकारी नीरू गुप्ता गुरुवार को एसडीओ पूर्वी सुनील कुमार, बेला थानाध्यक्ष व बियाडा के अधिकारियों […]
आरोप. बीफ फैक्टरी मामले में जिला प्रशासन की सक्रियता पर दिल्ली की टीम ने उठाये सवाल
मुजफ्फरपुर : बेला में पकड़े के बीफ को लेकर जीव जंतु कल्याण बोर्ड की पदाधिकारी नीरू गुप्ता गुरुवार को एसडीओ पूर्वी सुनील कुमार, बेला थानाध्यक्ष व बियाडा के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाया. उनका कहना था कि शिकायत करने के कई घंटे बाद जांच शुरू हुई. आलम टेनरी में चार सौ टन बीफ की सूचना थी. लेकिन मिला 50 किलो. अलफा लेदर्स से उसका एरिया बड़ा था. पदाधिकारियों की लेट लतीफी के कारण वहां से आनन-फानन में बीफ हटा कर सफाई कर दी गयी. एसडीओ को कई बार फ्रीजर खोलने के लिए कहा गया, लेकिन 20 घंटे तक इसे नहीं खोला गया. अगर शिकायत पर फौरन कार्रवाई होती तो करीब 1000 से 1500 टन बीफ बरामद होता. पहले भी बेला थाना ने अलफा लेदर्स पर छापेमारी में लापरवाही बरती थी.
पहले दिन बियाडा ऑफिसर ने झूठ कहा कि पैकेटिंग का लाइसेंस मिला है, जब पूछा गया कि इस काम के लिए पांच और लाइसेंस की जरूरत है तो वह चुप हो गये. बियाडा के अधिकारी ने कहा फैक्टरी को नोटिस दिया गया. छापा के दौरान दो डायरी मिली, जिसमें पूरे खर्च का ब्योरा था. जिस ब्रांड के नाम से इसकी पैकेटिंग हो रही है, उसका लाइसेंस निलंबित है.
फैल सकती है महामारी : उन्होंने कहा कि जब्त बीफ का प्रशासन जल्द डिस्पोजल नहीं करती है तो भयंकर महामारी फैलेगी. साथ ही अमोनिया गैस को लेकर वहां पुख्ता इंतजाम अविलंब किया जाये. हल्की चूक हुई तो आस-पास में कई किमी पूरी आबादी समाप्त हो जायेगी. जब्त बीफ की कीमत देश में करीब 11 करोड़ व विदेश में इसकी कीमत तिगुनी से अधिक होगी.
जाली कागजात पर होता पूरा काम : यह पूरा कारोबार जाली कागजात पर होता है. जिस ट्रक का इस्तेमाल किया जाता है. वह सरकारी रिकॉर्ड में गाड़ी खत्म हो चुकी होती है. ट्रक के नंबर तक नकली होते है. स्टांप से लेकर अन्य सभी कागजात पूरी तरह फर्जी होते है.
दिल्ली,मुंबई और कोलकाता जायेगी पुलिस टीम : विशेष पुलिस टीम अंकित की तलाश में दिल्ली, मुंबई व कोलकाता जायेगी. बेला थाने में अंकित कपूर,डॉ. परवेज सहित 48 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज किया था. कोर्ट से वारंट जारी किया जा चुका है.
सिटी एसपी ने की विशेष बैठक
सिटी एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने गुरुवार को विशेष बैठक कर टीम के सदस्यों ने केस की प्रगति के बारे में जानकारी ली. अंकित के दिल्ली,मुंबई और कोलकाता स्थित उसके कार्यालय के मैनेजर या कर्मचारियों का सत्यापन सहित संपर्क सूत्र जुटाने का टास्क दिया है. गुरुवार को बेला पुलिस अलफा लेदर इंडस्ट्री से बरामद चार टन बीफ को विनष्ट करने के लिए एसीजेएम दिव्या वशिष्ठ की कोर्ट में आवेदन दी. आवेदन में पुलिस ने बरामद बीफ की मात्रा बताने के बजाय 10 ट्रक बीफ बरामदगी दिखाया था. कोर्ट ने इस पर आपत्ति जताते हुए आवेदन में सुधार करने का निर्देश दिया.
आलम फैक्टरी में साक्ष्य नष्ट करने का प्रयास
बीफ बरामदगी के बाद बेला इंडस्ट्रियल एरिया में हड़कंप मचा है. आलम लेदर इंडस्ट्री के संचालक महमूद आलम फैक्टरी बंद कर कच्चा और फ्रोजेन बीफ को ठिकाने लगाने के साथ सभी साक्ष्य को मिटाने का प्रयास किया. लेकिन वह सफल नहीं को सका. छापेमारी के दौरान खून,कच्चा व फ्रोजेन बीफ,फैक्टरी को साफ करने के लिए इस्तेमाल की गयी केमिकल बरामद हुआ है. तैनात गार्ड राजेश शाही और संजीव कुमार ने भी चार दिन पूर्व से फैक्टरी को बंद कर साफ-सफाई किये जाने की बात पुलिस को बतायी थी. साथ ही उसने इस फैक्टरी का संचालक फिरोजा खातून उसके पुत्र महमूद आलम के नामों का भी खुलासा किया था.
गिरफ्तारी के लिए हुई छापेमारी
पुलिस अलफा लेदर और आलम लेदर इंडस्ट्रीज से बरामद बीफ मामले में आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए शहर के माड़ीपुर,मेहंदी हसन चौक,ब्रह्मपुरा में कई जगहों पर छापेमारी की है. आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए समस्तीपुर और वैशाली सहित कई जिलों के पुलिस से संपर्क साधा गया है.
जांच में पूरा सहयोग कर रहा प्रशासन
प्रशासन पर लगाया गया आरोप बेबुनियाद है. जांच में पूरा सहयोग किया. मामला तकनीकी रूप से जुड़ा हुआ था, इसलिए हर एक पहलु पर गंभीरता से जांच की गयी. सुरक्षा को लेकर वहां मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस बल की तैनाती की जा चुकी है. मैं खुद पूरे मामले की निगरानी कर रहा हूं. आगे भी जांच में प्रशासन का पूरा सहयोग रहेगा.
सुनील कुमार, एसडीओ पूर्वी
मेरी जान को है खतरा
घटना के बाद से मेरा पीछा हो रहा है. मेरी जान को खतरा है. गाड़ी का नंबर से लेकर मोबाइल ट्रेसिंग की जा रही है. सुरक्षा को लेकर वह डीएम से मिलेंगी. इस कारोबार का रैकेट बहुत बड़ा है. बुधवार को मुंबई पुलिस हेडक्वार्टर में अंकित कपूर किसी कंनसाइमेंट को छुड़ाने के लिए बैठा था, लेकिन जब जांच शुरू हुई तो वह वहां से निकल चला. इससे पता चलता है उन लोगों की पहुंच व पकड़ कहां तक है.
नीरू , जीव जंतु कल्याण बोर्ड की पदाधिकारी
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