मुजफ्फरपुर /पटना: आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) ने गुरुवार को दो कार्यपालक अभियंताओं व एक पूर्व मोबाइल दारोगा के सात ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की. इस दौरान तीनों की कुल 15 करोड़ एक लाख 44 हजार 837 रुपये की संपत्ति जब्त की गयी.
इनमें भवन निर्माण विभाग के दो कार्यपालक अभियंता अवधेश कुमार मंडल व रामचंद्र शर्मा और प्रवर्तन अवर निरीक्षक(मोबाइल दारोगा) के पद से हाल ही में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) लेनेवाले रमेश पाठक शामिल हैं. तीनों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया है. छापेमारी के तुरंत बाद अवधेश कुमार मंडल को निलंबित कर दिया गया.
एजीडी, लॉ एंड ऑर्डर एसके भारद्वाज ने बताया कि अवधेश कुमार मंडल के पटना स्थित आवास, मुजफ्फरपुर स्थित सरकारी आवास व कार्यालय में छापेमारी की गयी. पटना में बोरिंग रोड में उनकी पत्नी के नाम से दुकान व फ्लैट(कीमत 15 लाख रुपये), आनंदपुरी स्थित मोनिका अपार्टमेंट में पत्नी के नाम से दो फ्लैट(कीमत 30 लाख रुपये), फुलवारीशरीफ में पत्नी के नाम से 12.02 डिसमिल जमीन (कीमत तीन लाख रुपये), स्टेशन रोड स्थित श्रीराम पैलेस में बेटी के नाम से एक फ्लैट(कीमत 29 लाख रुपये) का पता चला है.
इसके साथ ही मंडल के पास से हीरे के 27 आभूषण खरीदने से संबंधित कागजात, 25 बैंक खाते, एलआइसी व अन्य संस्थानों में निवेश से संबंधित 14 कागजात, 19 चेकबुक, 09 डेबिट कार्ड, चार पैन कार्ड भी बरामद किये गये हैं. वह एक साल से मुजफ्फरपुर में पदस्थापित थे. वह मूल रूप से मधेपुरा जिले के रहनेवाले हैं.
तलाशी व अनुसंधान जारी है. उनकी फोर्ड कार (बीआर0वनएच-2256) को जब्त कर लिया है. टीम के सदस्यों ने बताया कि आवास से महत्वपूर्ण कागजात के अलावा दैनिक उपयोग के सामान मिले है, जिनकी सूची बनायी गयी है. आवास पर आर्थिक अपराध के इंस्पेक्टर मो इस्लाम व एसटीएफ एसओजी टू के सब इंस्पेक्टर धर्मेद्र कुमार के साथ छापेमारी की गयी थी. टीम में सब इंस्पेक्टर ओम प्रकाश, अखिलेश कुमार, निर्मल कुमार शामिल थे. वही अभियंता के कार्यालय पर आर्थिक अपराध के इंस्पेक्टर विपिन कुमार के साथ सब इंस्पेक्टर रंजीत कुमार, जयशंकर समेत पांच सदस्यीय टीम ने छापेमारी की.
श्री भारद्धाज ने बताया कि कार्यपालक अभियंता रामचंद्र शर्मा की तीन करोड़ 82 लाख 35 हजार रुपये की अचल और 70.60 लाख रुपये की चल संपत्ति जब्त की गयी है. जांच में पता चला है कि शर्मा ने बेटी की शादी में सेंट्रो कार, लाखों के जेवरात और अन्य सामान दिये हैं. एक बैंक लॉकर व संपत्ति से संबंधित कागजात भी बरामद हुए हैं.
छापेमारी में पूर्व प्रवर्तन अवर निरीक्षक(मोबाइल दारोगा) रमेश पाठक की सात करोड़ 44 लाख रुपये की चल-अचल संपत्ति अजिर्त की जानकारी मिली. 23 स्थानों पर अचल संपत्ति पाठक ने अजिर्त कर रखी है. इसमें भोजपुर, दानापुर, पटना के मैनपुरा, एक्जीबिशन रोड, बोरिंग रोड व नयी दिल्ली स्थित दुकान व फ्लैट शामिल हैं. उनके घर से 2.50 लाख नकद भी बरामद की गयी है. पाठक ने पांच लाख के आभूषण खरीदे हैं और सहारा इंडिया में दो लाख, बजाज एलियांज में 1.21 लाख व बिरला सनलाइफ में 40 हजार रुपये का निवेश कर रखा है.
इधर, छापेमारी के बाद भवन निर्माण विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन ने कार्यपालक अभियंता अवधेश कुमार मंडल को निलंबित कर दिया. विभागीय सूत्रों ने बताया कि मंडल सरकारी सेवा बतौर सहायक अभियंता भवन अवर प्रमंडल, सीतामढ़ी में जुलाई, 1998 में शुरू की थी. वहां वह जनवरी, 2004 तक तैनात रहे. इसके बाद वह दो जनवरी, 2006 तक सहायक अभियंता, भवन अवर प्रमंडल, एनएमसीएच,पटना में पदस्थापित थे. इसके बाद वह उच्चधिकारी अवर प्रमंडल,पटना में तैनात रहे. मार्च, 2007 से 28 जून, 2012 तक कार्यपालक अभियंता, केंद्रीय भवन प्रमंडल,पटना में तैनात रहे. 29 जून, 2012 से वह मुजफ्फरपुर में कार्यपालक अभियंता थे.