मुजफ्फरपुर : कांटी में लगातार लूट व छिनतई की घटना को डीआइजी अनिल कुमार सिंह ने गंभीरता से लिया है. सोमवार की रात दस दिनों के अंदर दूसरी बार एक दर्जन राहगीरों से पिस्तौल के बल पर हुई लूट की घटना के बाद उन्होंने पूरे वर्ष में हुए लूटकांडों को लेकर की गयी कार्रवाई की समीक्षा करने का निर्णय लिया है.
एक सप्ताह के अंदर सभी कांडों के समीक्षा करने का निर्देश भी जारी कर दिया है. समीक्षा के दौरान पुलिस पदाधिकारियों की शिथिलता उजागर होने पर उनके विरुद्ध कार्रवाई की भी चेतावनी दी है. कांटी क्षेत्र में इन दिनों आपराधिक वारदातों में काफी इजाफा हो गया है. गत आठ दिसंबर को नरसंडा चौक के समीप आेवरब्रिज पर बैंक अधिकारी सहित नौ लोगों से लूटपाट हुई थी.
इस मामले में शिथिलता बरतनेवाले दारोगा रामानुज सिंह को एसएसपी विवेक कुमार ने निलंबित कर दिया था. घटना के बाद हरकत में आयी कांटी पुलिस अभी उक्त वारदात में शामिल अपराधियों को तलाश ही रही थी कि सोमवार की शाम करीब 7 बजे इंस्पेक्टर कार्यालय के पास बेखौफ अपराधियों ने एक दर्जन लोगों को निशान बना लूट लिया. इस दौरान राहगीर रामकिशोर प्रसाद को पिस्तौल की बट से मार सिर फाड़ दिया था. घटना की जानकारी मिलते ही डीआइजी अनिल कुमार सिंह मौके पर पहुंच जांच की थी.
इस वर्ष हुई लूट की घटनाएं
-19 फरवरी को एन एच -28 टॉल प्लाजा के पास भुजंगी गांव के समीप अमरनाथ गिरी से आइ-10 कार व 40 हजार लूटा
-25 फरवरी को छपड़ा हरि सिंह उच्च विद्यालय के समीप साहेबगंज के सुनील कुमार राय से 50 हजार लूटा
-14 अप्रैल को एनएच-77 पर भाजपा नेता पंकज यादव से 2.50 लाख लूटा
-13 मई मड़वन मार्ग में पानापुर करियात स्थित रौशनपुर गांव के पास उपेंद्र कुमार से 2.50 लाख लूटा
-9 जून को एनएच-28 सुधा डेयरी के पास मोबाइल एजेंसी के डिस्ट्रीब्यूटर पिंचू कुमार से 2 लाख कैश और 1 लाख का मोबाइल लूटा
-22 जुलाई को पानापुर ओपी के देवरिया मार्ग पर मो. सिराज से 19 हजार नकदी और मोबाइल लूटा