मुजफ्फरपुर: गोंदिया-बरौनी एक्सप्रेस की जनरल बोगी में सीट के लिए रविवार की दोपहर यात्रियों के बीच मारपीट हो गयी. दोनों ओर से जम कर लात-घूसे चले. हंगामा बढ़ने के बाद यात्रियों ने इसकी सूचना आरपीएफ को दी. सूचना मिलने के बाद पहुंचे आरपीएफ के जवानों ने बीच-बचाव कर मामले को शांत कराया. मारपीट में आधा दर्जन यात्री जख्मी हो गये.
हंगामे के कारण ट्रेन 10 मिनट तक रुकी रही. आरपीएफ ने दोनों पक्षों को अलग-अलग बोगी में बैठाया. इसके बाद ट्रेन खुली. जानकारी अनुसार, रविवार की दोपहर करीब 1:40 बजे प्लेटफॉर्म नंबर-1 पर गोंदिया-बरौनी एक्सप्रेस पहुंची. जनरल बोगी में भीड़ ज्यादा होने के कारण यात्रियों के दो पक्षों में सीट के लिए बहस हो गयी. बहस धीरे-धीरे गाली-गलौज, फिर मारपीट में तब्दील हो गयी. बोगी से शुरू मारपीट प्लेटफॉर्म तक जा पहुंची. एक नंबर प्लेटफॉर्म पर दस मिनट तक अफरा-तफरी का माहौल रहा.
आरपीएफ के पहुंचने पर मामला शांत हुआ. रविवार की दोपहर जंक्शन पर खड़ी पाेरबंदर एक्सप्रेस के सामान्य कोच में सीट पर बैठने को लेकर दो यात्रियों के बीच बहस शुरू हुई जो मारपीट में तब्दील में हो गयी. प्लेटफॉर्म नंबर-3 पर रविवार की शाम मौर्य ध्वज एक्सप्रेस पर चलते समय चढ़ने के क्रम में एक चाय वेंडर गिर गया. वह ट्रैक व बोगी के बीच में फंस गया. इस बीच वहां मौजूद यात्री ने वेंडर को जल्दी से ऊपर खींच लिया.
50 अधिक यात्री ट्रेन में सवार नहीं हो पाये : रक्सौल से लोकमान्य तिलक जाने वाली जन साधारण एक्स. में शनिवार की रात अत्यधिक भीड़ होने के कारण 50 अधिक यात्री ट्रेन में सवार नहीं हो पाये. इस कारण भी यात्रियों ने स्टेशन पर हंगामा हुआ. जानकारी के मुताबिक पहले यात्रियों ने ट्रेन में नहीं चढ़ पाने के कारण हंगामा किया. इसके बाद जब वह टिकट वापसी के लिए काउंटर पर गये तो टिकट वापस नहीं हुआ तो वहां हंगामा करने लगे. टिकट वापसी को लेकर यात्री अड़े हुए थे. लेकिन रेलवे के नियम के अनुसार यूटीएस पर तैनात कर्मी ने टिकट वापस नहीं लिया. यात्री मानने को तैयार नहीं थे. हंगामे की सूचना मिलने पर पुलिस टीम ने आक्रोशित यात्रियों को समझा बुझाकर शांत कराया.