मुजफ्फरपुरः करीब एक सप्ताह से शहर के उत्तर- पश्चिम इलाके में भीषण बिजली संकट की स्थिति बनी हुई है. दिन भर मेंटेनेंस के नाम पर बिजली गुल रहती है. सुबह में ही बिजली काट दी जाती है फिर शाम को छह से सात बजे के बाद ही बिजली आती है. रोज करीब आठ से नौ घंटे बिजली कटौती की जा रही है. दिन भर लोग भीषण गरमी में परेशान होते रहते हैं. इधर, दिन प्रतिदिन बढ़ते तापमान ने लोगों की बेचैनी और बढ़ा दी है. करीब डेढ़ लाख की आबादी इस संकट का सामना कर रही है.
ग्रिड से जुड़ रहा फीडर : एसकेएमसीएच स्थित मेडिकल ग्रिड से चंदवारा फीडर को जोड़ने के लिए नया 33 केवीए का तार खींचा जा रहा है. विभाग का कहना है कि किसी दुर्घटना से बचने के लिए बिजली को शट डाउन में रखा जाता है. इसी बीच जो फीडर बंद होते हैं, वहां के जजर्र तार बदले जाते हैं. साथ ही जंफर बदलने, ट्रांसफॉर्मर में तेल डालने सहित कई मेंटेनेंस का काम भी होता रहता है. यह काम करीब एक हफ्ते में पूरा होने का उम्मीद है.
इस संबंध में एस्सेल कंपनी के पीआरओ आसीफ मसूद ने बताया कि चंदवारा फीडर को एसकेएमसीएच ग्रिड से जोड़ने का काम चला रहा है. इसको लेकर फीडर को बंद किया जाता है.
ये इलाके हैं प्रभावित : मेंटेनेंस के नाम पर एमआइटी 33 केवीए, एसकेएमसीएच स्थित 11 केवी जीरोमाइल फीडर को बंद रखा जाता है. एमआइटी फीडर से ब्रह्मपुरा, बैरिया, मेहंदी हसन चौक, महेश बाबू चौक, जूरन छपरा, सिकंदरपुर, बालूघाट, सूतापट्टी, गोला, कंपनीबाग, अंडी गोला, अखाड़घाट रोड सहित कई इलाके में बिजली आपूर्ति होती है. वहीं एसकेएमसीएच स्थित 11 केवी जीरोमाइल फीडर से अहियापुर क्षेत्र की करीब पचास हजार आबादी को बिजली आपूर्ति होती है. ऐसे में शहर के उत्तर पश्चिम इलाके की एक बड़ी आबादी प्रभावित होती है.