मुजफ्फरपुर: एसडीओ पूर्वी सुनील कुमार ने स्वीकार किया है कि मुरौल प्रखंड के महम्मदपुर बादल पंचायत के बाढ़ पीड़ितों की सूची में बदलाव हुआ था. पहले जो सूची तैयार की गयी थी, उसमें कुल 3623 परिवारों के नाम शामिल थे. लेकिन, दोबारा जांच में 726 परिवारों के नाम कट गये थे.
छह सितंबर की घटना के संबंध में डीएम को सौंपी रिपोर्ट में एसडीओ पूर्वी ने बताया है कि वर्ष 2011 की जनगणना में महम्मदपुर बादल पंचायत के 15 वार्डों की कुल संख्या 2314 थी. यह पंचायत में बताये गये बाढ़ पीड़ित परिवारों की संख्या से 1309 कम थी. शक के आधार पर पंचायत अनुश्रवण समिति को सूची की दोबारा जांच करने का निर्देश दिया गया. इसके बाद संशोधित सूची तैयार कर भेजी गयी. इसमें पीड़ित परिवारों की संख्या घट कर 2897 रह गयी. उसी सूची के आधार पर राहत वितरण किया गया.
छह सितंबर को वार्ड-5 के बाढ़ पीड़ित परिवाराें के बीच फूड पैकेट का वितरण किया जा रहा था. इसी दौरान कुछ महिलाएं आकर वहां हंगामा करने लगीं. उनका आरोप था कि सूची में पहले उनका नाम था, लेकिन जान बूझकर काट दिया गया. धीरे-धीरे वहां मुखिया व विरोधी गुट के काफी समर्थक वहां जमा गये. बात हाथापाई तक पहुंच गयी. इसमें नौ लोगों को मामूली चोटें आयीं. एसडीओ पूर्वी के अनुसार, पीएचसी प्रभारी ने उन्हें बताया कि घायलों को एसकेएमसीएच रेफर करने के लिए उन पर काफी दबाव बनाया गया. स्थानीय मुखिया के घटना में घायल होने की बात बिल्कुल गलत है. उन्होंने बताया है कि घटना के विरोध में जो लोग मुजफ्फरपुर-पूसा पथ पर प्रदर्शन कर रहे थे, उन्हें आवेदन देने को कहा गया है. सीओ इसकी जांच कर सूची में जोड़ने या न जोड़ने का फैसला लेंगे.