मुजफ्फरपुरः लोकआस्था का पर्व चैती छठ के सुबह का अर्घ रविवार को सुबह दिया गया. अर्घ के लिए आधी रात से ही लोग दउरा में अर्घ का सामान लेकर पोखरों तक पहुंचे. दउरा को पोखर तट पर रख दीया जलाया गया. सूर्य के उगने के पहले तक व्रतियों ने छठी मइया की उपासना की. इस मौके पर पड़ाव पोखर, साहू पोखर, सिकंदरपुर के घाट पर भक्तिमय माहौल था.
घाट पर ही छठी मइया के बज रहे गीत को व्रतियों सहित अन्य लोग भी दुहरा रहे थे. सुबह सूर्योदय से पूर्व ही महिलाएं पानी में खड़ी हो गयी. जैसे ही सुबह 5 बजकर 35 मिनट हुए. व्रतियों ने उगते सूर्य को अर्घ देना शुरू किया. व्रतियों ने सूप व डगरा में ठेकुआ, केला, संतरा, सेब व अंगूर सहित अन्य फलों से भगवान भास्कर को अर्ध दिया. परिवार के लोगों सहित अन्य लोगों ने भी व्रतियों को अर्घ देने में सहयोग किया. अर्घ के बाद महिलाओं ने नदी व पोखर के तट पर सिंदूर लगा पूजा की.