मुजफ्फरपुर: मार्च क्लोजिंग के दिन सोमवार को नये बिलों के भुगतान पर लगी रोक के कारण ट्रेजरी ऑफिस में सन्नाटा पसरा हुआ था. अंतिम दिन करीब सवा करोड़ के मात्र दो दर्जन बिलों को ही पास किया जा सका. इनमें अधिकांश बिल सरकारी विभागों के बकाया बिजली बिल भुगतान से संबंधित थे. इसके अलावा पीएचइडी व भवन निर्माण विभाग का इक्का-दुक्का बिल पास किया गया.
वहीं दूसरी ओर एमवीआर में बढ़ोतरी के भय से जिला अवर निबंधक ऑफिस में जमीन रजिस्ट्री कराने वाले ग्राहकों की भीड़ लगी थी. हालांकि, एक अप्रैल से नये एमवीआर के लागू नहीं होने की खबर आने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली.
इसके बाद भीड़ से बचते हुए अधिकांश ग्राहक एक अप्रैल के बाद रजिस्ट्री कराने की बात कहते हुए निकल गये. बावजूद मार्च क्लोजिंग के अंतिम दिन देर शाम तक 250 दस्तावेजों की रजिस्ट्री हुई.
मात्र 70 फीसदी राजस्व की वसूली
रजिस्ट्री ऑफिस का मार्च माह में 38 करोड़ रुपये राजस्व वसूली का लक्ष्य निर्धारित था. इसके विरुद्ध जमीन की कम रजिस्ट्री होने के कारण मात्र 26.29 करोड़ रुपये की ही वसूली हो पायी. वहीं वित्तीय वर्ष 2013-14 का वार्षिक लक्ष्य दो अरब था. इसके विरुद्ध 90 फीसदी राजस्व की वसूली हो पायी है.