औराई : रमजान के पाक माह में अल्लाह सभी शैतानों को जंजीर में बांध कैद कर देते हैं, ताकि नेक बंदों को खुदा की इबादत में खलल पैदा न हो. इनसान को अगर दीन-दुनिया की मुकम्मल कामयाबी हासिल करनी है, तो रमजान का महीना उनके लिए वरदान है. अपने खिताब के दौरान रामखेतारी के मौलाना जियाउल इस्लाम ने मंगलवार को उपस्थिति रोजेदारों से यह बात कही. उन्होंने कहा कि इस माह में इनसान इबादत के जरिये अपने पिछले सभी गुनाहों की मगफिरत करवा सकता है.
अल्लाह हर सजदे को खुदा खुश होकर कबूल फरमाता है. वहीं जकात व फितरे की रकम को लेकर उन्होंने कहा की हर मालदार पर जकात व फितरे की रकम इदगाह में जाने से पहले अदा कर देना जरूरी होता है, जिससे समाज के गरीब तबके के लोग भी ईद की खुशी में बराबर के शरीक हों. उन्होंने कहा कि मालदारों को अपनी जान की सदका देने के साथ घर में जमा जेवरात की रकम का 2.5 प्रतिशत राशि निकाल कर गरीबों के बीच बांटना चाहिए. तभी कीमती जेवरात को पूरी तरह शुद्ध माना जायेगा. खिताब के अंत में उपस्थित रोजेदारों ने खुदा के दरबार में हाथ फैला कर देश व दुनिया की सलामती के लिए दुआ मांगी.