इस दौरान मरीज को लेकर जा रहे दो एंबुलेंस भी जाम में फंसे रहे. जाम की सूचना मिलने पर पहुंचे कुढ़नी बीडीओ व सर्किल इंस्पेक्टर ने महिलाओं को समझाकर मामला शांत कराया. इसके बाद दोनों एंबुलेंस को रवाना किया गया. सड़क जाम के कारण करीब चार घंटे जाम मुजफ्फरपुर-समस्तीपुर मार्ग पर आवागमन बाधित रहा. इससे दोनों ओर करीब पांच किलोमीटर तक गाड़ियों की लंबी कतार लग गयी थी.
जाम के कारण समस्तीपुर, महुआ व पटना जानेवाले लोगों को उमस भरी गरमी में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. मनरेगा मजूदरों में अमरख, महंथ मनियारी व रतनौली पंचायत की मदीना बेगम, इंदु देवी, गुलाबो देवी, नीलम देवी, सुधा देवी आदि ने बताया कि प्रशासन की ओर से मनरेगा में गड़बड़ी की जा रही है. काम कराने के बाद अभी तक मजदूरी भुगतान नहीं किया गया है. मामले में पीओ, बीडीओ व डीएम तक गुहार लगायी गयी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. जब भी अपने हक के लिये मजदूर आवाज बुलंद करते हैं, तो प्रशासन की ओर से झूठा केस दर्ज करा कर उनकी आवाज को दबा दिया जाता है. मजबूरी में उग्र आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पड़ा. प्रभारी थानेदार ने सड़क जाम करने वाले पर केस दर्ज करने की बात कही है.