मुंगेर जिले के एक छात्र की आजकल हर तरफ चर्चा हो रही है. मुंगेर जिले के इस छात्र नंदलाल के दोनों हाथ नहीं है. और यह अपनी ग्रेजुएशन की परीक्षा दोनों पैर के सहारे ही दे रहा है. इसके जज्बे को लोग हर तरफ सलाम कर रहे हैं. नंदलाल हवेली खड़गपुर नगर इलाके के संत टोला का रहने वाला है और उसका सपना है की वह IAS बने.
करंट लगने के बाद काटने पड़े थे हाथ
प्राप्त जानकारी के अनुसार IAS बनने का सपना रखने वाले नंदलाल ने कुछ सालों पहले करंट लगने के कारण अपना दोनों हाथ खो दिया था. हालांकि नंदलाल की पढ़ने और कुछ करने की जिद्द ने उसके सफर को रुकने नहीं दिया. आगे चलकर नंदलाल के दादा जी ने उन्हें हिम्मत दी और पैरों से लिखना सिखाया.
बीए पार्ट वन की दे रहा परीक्षा
नंदलाल अभी आरएस कॉलेज तारापुर में बीए पार्ट वन की परीक्षा दे रहा है. यहीं से उसकी पैरों से लिखकर सवाल का जबाव देते हुए तस्वीर वायरल होने लगी. सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीर देखकर हर कोई उनके हौसले को सलाम कर रहा है. नंदलाल के पिता अजय साह एक छोटी सी दुकान चलाते हैं. गरीबी और दिव्यांगता से लड़ रहा नंदलाल अपने हौसलों के दम पर ही पढ़ाई कर रहा है.
बनना चाहता है आईएएस
नंदलाल ने अपना हाथ खोने के बाद भी खुद का हौसला टूटने दिया. वह अभी बीए कर रहा है जिसके बाद वह बिएड करना चाहता है. और फिर आईएएस बनकर देश की सेवा करना चाहता है. नंदलाल ने 2017 में प्रथम श्रेणी से मैट्रिक परीक्षा पास की थी. जिसके बाद तत्कालीन एसडीओ ने उसे एक लाख की राशि दी थी. इसके बाद साल 2019 में उसने 12वीं की परीक्षा भी साइंस स्ट्रीम से प्रथम श्रेणी में पास की थी. अब वह ग्रेजुएशन में अर्थशास्त्र की परीक्षा भी पैरों के सहारे ही दे रहा है.