Bihar Crime News: बिहार एसटीएफ ने की कार्रवाई, मुंगेर के चार हथियार तस्कर हजारीबाग में गिरफ्तार

Bihar Crime News चार मुंगेर जिले के कासिम बाजार थाना क्षेत्र के हजरतगंज के रहने वाले है. इनमें मो सोनू, मो इमरान, मो नसीम एवं मो इमरान शामिल हैं. सभी मुंगेर से जाकर हजारीबाग में हथियार बनाने का काम कर रहे थे.

By Prabhat Khabar | November 14, 2021 12:59 PM

Bihar Crime News: मुंगेर में अवैध हथियारों के निर्माण व तस्करी को लेकर चर्चित मुंगेर देश के कई राज्यों की पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया है. खास कर सीमावर्ती राज्य झारखंड, पश्चिम बंगाल एवं उत्तर प्रदेश की पुलिस परेशान है. यहां अवैध असलहों के कारीगर इतने निपुण हैं कि जब कहीं भी चुनाव की बात होती है तो मुंगेर का नाम चर्चा में आ जाता है. यहां के कारीगर और कारोबारी दूसरे राज्यों में भी मुंगेरिया हथियार का निर्माण कर रहे हैं. शनिवार को जब बिहार एसटीएफ ने झारखंड पुलिस के सहयोग से हजारीबाग में अवैध आर्म्स फैक्टरी का भंडाफोड़ किया तो उसमें चार कारीगर मुंगेर के गिरफ्तार किये गये, जो वहां अवैध हथियार का निर्माण कर रहे थे.

मुंगेर से मिले इनपुट के आधार पर कार्रवाई

बिहार एसटीएफ ने मुंगेर से मिले इनपुट के आधार पर 13 नवंबर को झारखंड के हजारीबाग जिला के विष्णुपुर थाना क्षेत्र के विष्णुपुरग्राम के सातमाइल चौक पर एक अवैध हथियार फैक्टरी का खुलासा किया, जहां से पुलिस ने 52 पिस्टल सेट, ड्रिल मशीन, लेथ मशीन, वेल्डिंग मशीन, मोटर, जेनेरेटर, 32 पिस्टल का बट और काफी संख्या में हथियार बनाने के सामान बरामद किये. जब पुलिस ने पकड़े गये लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि जिन सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उनमें चार मुंगेर जिले के कासिम बाजार थाना क्षेत्र के हजरतगंज के रहने वाले है. इनमें मो सोनू, मो इमरान, मो नसीम एवं मो इमरान शामिल हैं. सभी मुंगेर से जाकर हजारीबाग में हथियार बनाने का काम कर रहे थे.

दूसरे राज्यों के लिए बना बना सिरदर्द

मुंगेर का हथियार कारीगर एवं तस्कर दूसरे राज्यों की पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया है. झारखंड, ओड़िश, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, असम, दिल्ली, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों की पुलिस मुंगेर के हथियार कारोबारी की करतूत से काफी परेशान हैं. देश के हर कोने में मुंगेर का हथियार पड़का जा चुका है. किसी भी राज्य में चुनाव होता है तो मुंगेर से हथियार पहुंचता है. आतंकवादी, उग्रवादी, नक्सली व आपराधिक गिरोह तक यहां के हथियार पहुंचते हैं. हद तो यह है कि मुंगेर के कारीगर दूसरे राज्यों में जाकर हथियार का निर्माण करते हैं. 13 नवंबर को झारखंड के हजारीबाग जिले के विष्णुपुर थाना क्षेत्र के विष्णुपुरग्राम में पुलिस ने चार मुंगेरिया कारीगरों को गिरफ्तार किया. इससे पूर्व 26 अगस्त को उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के दक्षिण टोला थाने के रघुनाथपुर व कोतवाली थाना क्षेत्र के जहांसिक टोला में बिहार एसटीएफ ने आर्म्स के मुंगेर टू यूपी नेटवर्क का खुलासा किया था.

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टीम ने 7.65 एमएम की 30 पीस निर्मित पिस्टल, 250 पीस अर्धनिर्मित पिस्टल सहित भारी मात्रा में हथियार बनाने का उपकरण बरामद किया था. यहां भी मुंगेर जिले के कासिम बाजार थाना क्षेत्र के हजरतगंज निवासी शहाबुद्दीन के पुत्र रिजाउल हक, सनोवर के पुत्र खालिद अंसारी, सफी आलम के पुत्र तनवीर आलम, उमर आलम के पुत्र परवेज आलम व शफी आलम के पुत्र रोकैया को गिरफ्तार किया गया था. चार सितंबर को यूपी-112 पर एक मकान में अवैध धंधे की सूचना मिलने पर गाजियाबाद की मुरादनगर पुलिस ने छापा मारा, तो घर में हथियारों की फैक्टरी मिली थी, जहां घर के अंदर तहखाना बनाकर हथियार बनाया जा रहा था. यहां से भी पुलिस ने मुंगेर जिले के कासिम बाजार थाना क्षेत्र के मो मुस्तफा उर्फ मुसरा, मो सालम, मो कैफी आलम उर्फ आसिफ को गिरफ्तार किया था, जबकि कई राज्यों में हाल-फिलहाल में एक दर्जन से अधिक मुंगेर के हथियार तस्कर हथियारों के साथ गिरफ्तार हुआ है, जिनकी फेहरिस्त लंबी है.

Posted by: Radheshyam Kushwaha

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