सदर अस्पताल में नहीं है डायबिटीज सेंटर

निजी क्लिनिक के सहारे डायबिटीज के मरीज मुंगेर : वर्तमान समय में डायबिटीज के रोगियों की संख्या काफी तेजी से बढ़ती जा रही है़ स्थिति की भयावहता देख स्वास्थ्य विभाग द्वारा राज्य के कुल तेरह जिले में डायबिटीज सेंटर की स्थापना की गयी है, जिसमें मुंगेर जिला भी शामिल है़ किंतु मुंगेर का डायबिटीज सेंटर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 29, 2017 5:18 AM

निजी क्लिनिक के सहारे डायबिटीज के मरीज

मुंगेर : वर्तमान समय में डायबिटीज के रोगियों की संख्या काफी तेजी से बढ़ती जा रही है़ स्थिति की भयावहता देख स्वास्थ्य विभाग द्वारा राज्य के कुल तेरह जिले में डायबिटीज सेंटर की स्थापना की गयी है, जिसमें मुंगेर जिला भी शामिल है़ किंतु मुंगेर का डायबिटीज सेंटर कागज पर ही चल रहा है़ यहां डायबिटीज मरीजों के लिए न तो अलग से आउटडोर सेवा की व्यवस्था है और न ही दवा उपलब्ध है़ हाल यह है कि मरीजों को डायबिटीज के इलाज के लिए निजी क्लिनिकों का चक्कर लगाना पड़ रहा है़
नहीं है आउटडोर की व्यवस्था: स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर पूर्व में सदर अस्पताल में डायबिटीज पीड़ित मरीजों के लिए आउटडोर सेवा की अलग से व्यवस्था दी गयी थी़ इसके लिए एक चिकित्सक को भी प्रतिनियुक्त किया गया था़ किंतु कुछ ही दिनों के बाद आउटडोर सेवा को बंद कर दिया गया़ इसके बाद से डायबिटीज के मरीजों के इलाज के नाम पर सदर अस्पताल में महज खानापूर्ति की जा रही है़ इस कारण मरीजों को इलाज के लिए निजी क्लिनिकों का सहारा लेना पड़ रहा है़ यहां सप्ताह में एक दिन मरीजों का डायबिटीज जांच नि:शुल्क होता था, जो पिछले एक सप्ताह से बंद है़ नतीजतन मरीजों को जांच के लिए भी रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं.
कहते हैं अस्पताल उपाधीक्षक: अस्पताल उपाधीक्षक डॉ राकेश कुमार सिन्हा ने बताया कि जेनरल आउटडोर सेवा में डायबिटीज के मरीजों को भी देखा जाता है़ मरीजों के लिए डायबिटीज की दवा के लिए अस्पताल में व्यावस्था नहीं है़ अत्यंत गरीब मरीज को रोगी कल्याण समिति द्वारा दवा खरीद कर दी जाती है़
क्या है डायबिटीज
चिकित्सकों के अनुसार डायबिटीज के मरीजों में शुरुआती दौर के समय कोई विशेष लक्ष्ण दिखाई नहीं देते हैं. किंतु ऐसे मरीजों का प्रमुख लक्षण बहुत ज्यादा प्यास लगना या पेशाब आना, थकान, वजन घटना, नजर का धुंधलापन आदि शामिल है़ बताया जाता है कि डायबिटीज बढ़ने का प्रमुख कारण ज्यादा वजन, व्यायाम की कमी, परिवार में पहले से किसी को डायबिटीज हो, ज्यादा तनाव ग्रस्त रहना आदि शामिल है.

Next Article

Exit mobile version