* डीएम ने किया आरटीपीएस काउंटर का निरीक्षण, कहा
मुंगेर सदर : सुधर जाइए सीओ साहब अभी तो ‘‘प्रपत्र-‘क’ ही आपके विरुद्ध में गया है, जिस दिन हम जांच करेंगे आप सीधा जेल जाइयेगा. ये बातें जिलाधिकारी नरेंद्र कुमार सिंह ने मंगलवार को सदर प्रखंड के आरटीपीएस काउंटर का औचक निरीक्षण के दौरान अंचलाधिकारी शिव कुमार शर्मा को कही.
प्रखंड के किसी भी पदाधिकारी या कर्मी को यह जानकारी नहीं थी कि मंगलवार को जिलाधिकारी सदर प्रखंड कार्यालय आयेंगे. पूर्व से सबों को यह जानकारी थी कि जिलाधिकारी तो मंगलवार को संग्रामपुर प्रखंड कार्यालय के जनता दरबार में रहेंगे.
मगर दिन के ठीक 12 बजे अचानक जिलाधिकारी का गाड़ी प्रखंड परिसर में प्रवेश किया. उनके प्रवेश करते ही प्रखंड सह अंचल कार्यालय के सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों में हड़कंप मच गया. जिलाधिकारी ने सबसे पहले आरटीपीएस काउंटर का निरीक्षण किया.
आरटीपीएस कक्ष में आवेदन फाइलों को अव्यवस्थित तरीके से देखकर उन्होंने आइटी इंचार्ज को फाइलों के रख-रखाव के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये. उन्होंने प्रमाण-पत्र निर्गत कक्ष में अव्यवस्थित तरीके से प्रमाण-पत्र वितरण पंजी को देखकर वितरण कर्मी को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि विभाग द्वारा उपलब्ध कराये गये फॉर्मेट के अनुसार प्रमाण-पत्र का वितरण होना चाहिए.
जिसमें कि क्रमानुसार आवेदकों का विवरण अंकित हो. साथ ही उन्होंने अंचलाधिकारी को कड़ा निर्देश देते हुए कहा कि व्यवस्था में पूर्ण सुधार शीघ्र कर लें, अन्यथा जब मैं पुन: निरीक्षण करने आऊंगा तो कड़ी कार्रवाई करूंगा. आरटीपीएस काउंटर से निकले के बाद जिलाधिकारी प्रखंड विकास के नजारत कार्यालय में घुसे. वहां भी उन्होंने रजिस्टर व फाइलों को अव्यवस्थित देखकर नाराजगी जतायी.
हालांकि अन्य पंजी के जांचोपरांत उन्होंने संतोष व्यक्त किया. समयाभाव के कारण जिलाधिकारी ने अन्य विभाग का जांच नहीं किया. परंतु उन्होंने कहा कि मैं शीघ्र ही प्रखंड कार्यालय का निरीक्षण करने आऊंगा. उस समय एक भी गलती या कु व्यवस्था बर्दाश्त नहीं की जायेगी.
इधर सदर अनुमंडल पदाधिकारी डॉ कुंदन कुमार ने सदर प्रखंड के विभिन्न विभागों का जांच किया. जिसके तहत प्रखंड विकास कार्यालय, अंचल कार्यालय, एमओ कार्यालय एवं सीडीपीओ कार्यालय के क्रियाकलापों की सघन जांच की गई. एसडीओ श्री कुमार ने विभागीय कर्मियों को नोट कर लिया हे. जिसे कि बुधवार को जांच किये गये विभागों को जांच प्रतिवेदन डीएम को भेजा जायेगा.