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माल के साथ यात्री ढोकर पैसे का जुगाड़
जुगाड़ गाड़ी : नहीं होता गाड़ी का निबंधन, उगलता है धुआं, कार्रवाई नहीं होती वातावरण में जहर घोल रहा जुगाड़ गाड़ी मुंगेर : जुगाड़ गाड़ी माल ढुलाई का एक सशक्त माध्यम बन चुका है. कभी-कभी तो यह सवारी वाहनों के रुप में भी सड़कों पर दौड़ लगाती है. लेकिन जुगाड़ गाड़ी से निकलने वाली धुआ […]
जुगाड़ गाड़ी : नहीं होता गाड़ी का निबंधन, उगलता है धुआं, कार्रवाई नहीं होती
वातावरण में जहर घोल रहा जुगाड़ गाड़ी
मुंगेर : जुगाड़ गाड़ी माल ढुलाई का एक सशक्त माध्यम बन चुका है. कभी-कभी तो यह सवारी वाहनों के रुप में भी सड़कों पर दौड़ लगाती है. लेकिन जुगाड़ गाड़ी से निकलने वाली धुआ हवा को जहरीला बना रही है जो लोगों को मौत तक ले जा सकती है.
मुंगेर शहर से लेकर गांव की गलियों में जुगाड़ गाड़ी दौड़ती है.
यह गाड़ी आज रोजगार पैदा करने का सशक्त माध्यम बन गया है. वर्तमान समय में हर गांव-मुहल्ला में एक या दो जुगाड़ गाड़ी लोगों को रोजगार उपलब्ध करा रही है. अमूमन इसका प्रयोग माल ढुलाई के लिए किया जाता है.
क्या है जुगाड़ गाड़ी. जुगाड़ गाड़ी का प्रचलन सबसे पहले पश्चिम बंगाल में प्रारंभ हुआ. बिहार पश्चिम बंगाल से सटा राज्य है. इसलिए यहां भी जुगाड़ गाड़ी का आयात किया जाने लगा. धीरे-धीरे यह मुंगेर की सड़कों पर फर्राटे से दौड़ने लगी. जुगाड़ वाहन तीन पहिया वाहन है जो जेनेरेटर इंजन से चलता है. इसमें ईंधन के रूप में केरोसिन व डीजल का उपयोग किया जाता है.
माल ढुलाई का सशक्त माध्यम. जुगाड़ गाड़ी माल ढुलाई का सशक्त माध्यम है. जेनेरेटर इंजन पर चलने वाली इस वाहन पर ओवर लोड माल लादा जाता है. जिसे सरपट रोड पर भी चलने में कठिनाई होती है. जुगाड़ गाड़ी के कारण ठेला परिचालन भी प्रभावित हो गया है.
कहते हैं चिकित्सक. शहर के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ राजीव रंजन ने कहा कि जुगाड़ गाड़ी से निकलने वाली कार्बन मोनो ऑक्साइड से कई प्रकार की बीमारी पैदा होती है. इसमें सांस की बीमारी प्रमुख है. इससे दम फुलना व फेफड़ें का संक्रमण होता है. कैंसर जैसी घातक बीमारी के भी लोग शिकार होते हैं.
कहते हैं अधिकारी. जिला परिवहन पदाधिकारी नजीर अहमद ने बताया कि जुगाड़ गाड़ी के लिए परिवहन विभाग द्वारा कोई नियम नहीं बनाया गया. सड़कों पर इसका परिचालन भी अवैध है. विभागीय निर्णय के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
दुर्घटना को देता है आमंत्रण
जुगाड़ गाड़ी दुर्घटना का मुख्य कारण बनता जा रहा है. क्योंकि इस पर माल ढुलाई के अलावे यात्रियों को भी ढ़ोने का काम किया जा रहा. तीन पहिया होने के कारण यह हमेशा अनियंत्रित होता है. जिससे कारण जुगाड़ गाड़ी लगातार दुर्घटना के शिकार होते रहते हैं.
हवा में घोल रही जहर
जुगाड़ गाड़ी जेनेरेटर इंजन से संचालित होता है. जिससे कार्बन मोनो आक्साईड जैसी जहरीली धुआ निकलती है जो वातावरण के साथ मनुष्य के शरीर के लिए हानिकारक है.
आखिर कैसे चल रहा जुगाड़ वाहन
पश्चिम बंगाल मॉडल की जुगाड़ गाड़ी मुंगेर में बेधड़क चल रही है. जबकि पटना उच्च न्यायालय ने एक आदेश पारित कर सरकार से कहा था कि जुगाड़ गाड़ी के परिचालन को बंद किया जाय. क्योंकि यह वाहन चलने के क्रम में कार्बन मोनो ऑक्साइड के रुप में जहर उगलती है.
इसे मोटर यान नियम के अनुसार रोड ट्रांसपोर्ट में शामिल भी नहीं किया जा सकता है. प्रमंडलीय आयुक्त ने भी परिवहन अधिकारियों को जुगाड़ वाहन के परिचालन पर रोक लगाने का आदेश दिया था. बावजूद इस पर रोक नहीं लग पायी.
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