राज्य के कृषि निदेशक एन सरवणन ने किया बाढ़ एवं सुखाड़ क्षेत्रों का दौरा
मुंगेर: लगातार तीन दिनों से हो रही बारिश के कारण मुंगेर जिले में सुखाड़ से किसानों को कुछ हद तक राहत मिली है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार जिले में 85 प्रतिशत भूमि पर धान की रोपनी हो गयी. साथ ही रोपे गये फसलों को सुखाड़ से बचाने के लिए अबतक 30 लाख रुपये का वितरण किसानों के बीच वितरित कर दिया गया. इधर राज्य के कृषि निदेशक एन सरवणन ने जिले के बाढ़ एवं सुखाड़ प्रभावित क्षेत्रों का गहन दौरा कर स्थिति से अवगत हुए.
जिला कृषि पदाधिकारी उमेश चौधरी ने बताया कि वर्षा नहीं होने के कारण धान की रोपनी में काफी विलंब हुआ. 33 हजार हेक्टेयर में धान का फसल लगाने का लक्ष्य था. लेकिन वर्षा नहीं होने के कारण 65 प्रतिशत भू-भाग पर ही धान की फसल बुआई हो पायी थी. लेकिन 27 से 29 अगस्त तक अच्छी बारिश हुई. जिसके कारण इन तीन दिनों में 85 प्रतिशत भूमि पर धान की रोपनी हो चुकी है. अब तक 27 हजार 200 हेक्टेयर भू-भाग पर बुआई हो चुकी है. उन्होंने कहा कि जिले को एक करोड़ 50 लाख रुपये सुखाड़ से निबटने के लिए डीजल अनुदान की राशि सरकार द्वारा उपलब्ध करायी गयी. जिसमें अबतक 30 लाख रुपये का वितरण किसानों के बीच कर दिया गया है.
इधर भीषण बाढ़ एवं सुखाड़ से जूझ रहे जिले का राज्य के कृषि निदेशक एन सरवणन ने दौरा किया. उन्होंने बरियारपुर, खड़गपुर, तारापुर, असरगंज का दौरा किया और खेतों में लगे फसलों का जायजा लिया. उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि डीजल अनुदान की राशि का वितरण किसानों के बीच युद्ध स्तर पर किया जाये.