अस्पताल चौक के पास सड़क किनारे दोनों ओर गुमटी लगने से सड़क छोटी हो गयी है. जिससे एक बड़ी वाहन के किसी तरह फंसने पर घंटों वाहन का जाम लग जाता है. यूको बैंक एवं बिहार ग्रामीण बैंक के पास सड़क पर दो पहिया वाहनों के खड़े कर देने से सड़क अवरुद्ध हो जाता है. महावीर स्थान चौराहा एवं हाट जाने वाले सड़क पर ठेला-रिक्शा एवं सब्जी-फल बेचने वाले बीच सड़क पर ही अपना धंधा करते हैं. स्थायी दुकानदार भी कोई कम नहीं.
वे दुकान के बाहर 2-4 हाथ कब्जा कर समानों को सजाना अपना अधिकार मान बैठे हैं. यानी हर कोई अपनी मर्जी से काम कर रहा है. जिस कारण यातायात के लिए बनी सड़कें अतिक्रमणकारियों के कब्जे में समा गयी है. मनोज कुमार भगत, सुनील कुमार भगत, सुधांशु कुमार ने बताया कि बाजार के अधिकांश लोग इस बात से परिचित हैं. परंतु बाहर से आने-जाने वाले लोगों को समस्या से जूझना पड़ता है. इस तरह की सड़कों के अतिक्रमण को आसानी से मुक्त कराया जा सकता है. परंतु इस दिशा में प्रशासन द्वारा कभी कोई ठोस पहल नहीं की गयी है. इन दिनों दर्जनों छोटे-छोटे सवारी वाहन एवं जुगाड़ गाड़ी के कारण समस्या और भी जटिल हो गयी है. समय रहते अगर इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो भावी पीढ़ी को नई सड़क व्यवस्था तलाशनी होगी.