जमालपुर : जमालपुर शहरी क्षेत्रों में शुक्रवार को असंतोष तथा लाभुकों के भारी आक्रोश के बीच टीएचआर का वितरण हुआ. इस बीच बाल विकास परियोजना में व्याप्त भारी अनियमितता उजागर हुई. साथ ही निरीक्षण कार्य से जुड़े तंत्र की विफलता भी लोगों के सामने आयी.
शहर के आंगनबाड़ी केंद्रों पर जहां सोयाबीन दाना के बदले सोयाबीन की बड़ी का वितरण किया गया, वहीं मसूर दाल के बदले चना के दाल बांटे गये. इसके साथ ही अभिभावकों द्वारा अनेक आरोप भी लगाये गये. कई केंद्रों पर तौल के बदले टिन के डब्बे से माप कर खाद्यान्न का वितरण किया गया. नगर परिषद के वार्ड संख्या-1 अंतर्गत केंद्र संख्या 87 की सेविका अनुराधा देवी के विरुद्ध ग्रामीणों ने जम कर बवाल काटा. ग्रामीणों का कहना था कि केंद्र में बालवाड़ी के बच्चों को मीनू के अनुसार न तो खाना मिलता है और न ही नाश्ता. वहीं टीएचआर में तीन के बदले मात्र दो किलो चावल तथा डेढ किलो दाल के बदले एक किलो दाल वह भी मसूर के बदले चने के वितरण किये जा रहे. सोया के बदले इसकी बड़ी बांटी जा रही थी जिसका वे लोग विरोध कर रहे हैं.
इस संबंध में सेविका अनुराधा देवी ने कहा कि किशोरी सोया दाना लेना नहीं चाहती. मसूर दाल का दाम बाजार में काफी बढ गया है. इसलिए वे चना का दाल बांट रही है. मौके पर सोनी देवी, आशा देवी, सरिता, सुनिता, उर्मिला, राधा, विधाता देवी, नागेंद्र गुप्ता, करोी कुमार, राजाराम तथा रूपेध सहित दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे. ऐसा ही नजारा शहर के कई अन्य केंद्रों पर भी देखने को मिला जहां ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उनके बच्चों को निर्धारित मापदंड के अनुसार पोषाहार नहीं दिया जाता.