मुंगेर : इन दिनों शाम होते ही लोग भयभीत हो जाते हैं. भयभीत होने का कारण कुछ और नहीं मच्छरों का हमला है. जिससे कि बड़े-बड़ों के मुंह से यहीं निकलता है कि ‘‘ अरे बाप रे कहां से इतना मच्छर आ गया है, लगता है हमें खा जायेगा ’’. लोग जब तक मच्छरदानी के अंदर नहीं चले जाते, तब-तक मच्छर उन्हें छोड़ने को तैयार नहीं होते.
मच्छरों के प्रकोप से जहां बच्चों को पढ़ाई करने में काफी परेशानी होती है. वहीं लोगों का बैठना भी मुश्किल हो जाता है. समय से पहले ही विवश हो कर मच्छरों से बचने के लिए लोग मच्छरदानी में छिप जाते हैं. मच्छरों के प्रकोप के बढ़ने का मुख्य कारण नाले व गड्ढों में पानी का जमाव माना जाता है. लेकिन नालों में भी मच्छरों के संक्रमण को रोकने के लिए किसी भी प्रकार का छिड़काव अबतक नहीं किया गया है. जिसके कारण दिन प्रतिदिन आम जनों के सामने मच्छरों का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है.