मनोविज्ञान विभाग में शोध कौशल विकास पर आधारित कार्यशाला 20 से 25 तक

मनोविज्ञान विभाग में शोध कौशल विकास पर आधारित कार्यशाला 20 से 25 तक

By Prabhat Khabar | May 8, 2024 7:54 PM

मधेपुरा. भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के विश्वविद्यालय मनोविज्ञान विभाग में शोध कौशल विकास पर आधारित 20 से 25 मई तक कार्यशाला का आयोजन होगा, जिसमें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विद्वानों को वक्ता व प्रशिक्षक के रूप में आमंत्रित करने की कोशिश की जा रही है. विश्वविद्यालय मनोविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष सह कार्यशाला के निदेशक प्रो एमआइ रहमान ने बताया कि राज्य के बाहर के विश्वविद्यालयों व केंद्रीय विश्वविद्यालयों के प्रख्यात विद्वानों से संपर्क साधा जा रहा है कि वह अपनी सहमति प्रदान करें, ताकि उनकी विद्वता से बीएनएमयू के शिक्षक एवं शोधार्थी विशेष रूप से लाभान्वित हो सकें. प्रो शमीम अहमद अंसारी से प्राप्त कर ली गयी है सहमति- प्रो एमआई रहमान ने बताया कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व कार्यवाहक कुलपति मनोविज्ञान के प्रो शमीम अहमद अंसारी से सहमति प्राप्त कर ली गयी है. वह कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहेंगे एवं बीज भाषण प्रस्तुत करेंगे. प्रो शमीम अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में ही मनोविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष, सामाजिक संकाय के संकायध्यक्ष व विश्वविद्यलय के कई संस्थानों के निदेशक भी रह चुके हैं. प्रो अंसारी का आगमन विश्वविद्यालय के लिए गौरव की बात- रहमान ने बताया कि प्रो शमीम के छात्र-छात्राएं न केवल भारत में बल्कि विश्व के एशियाई मुल्कों एवं यूरोप व अमेरिका के देशों में भी फैले हुए हैं. बीएनएमयू के आईक्यूएसी के निदेशक प्रो नरेश कुमार ने हर्ष जताते हुए कहा कि प्रो शमीम का आगमन न केवल मनोविज्ञान विभाग के लिए बल्कि पूरे विश्वविद्यालय के लिए गौरव की बात है. कमेटियों का किया गया गठन- बीएनएमयू में आयोजित कार्यशाला को लेकर विभिन्न कमेटियों का गठन किया गया है. प्रा एमआई रहमान ने बताया कि एकेडमिक एडवाइजरी कमेटी में सभी संकायाध्यक्ष, डीएसडब्ल्यू प्रो नवीन कुमार व आईक्यूएसी निदेशक प्रो नरेश कुमार को शामिल किया गया है, जबकि आयोजन समिति में काजल कुमारी, मंजीदा फारूकी, सुप्रभा भारती, श्रुति सुमन, प्रीति कुमारी, मुकेश कुमार यादव को शामिल किया गया है. कार्यशाला के लिए निर्धारित हुआ शुल्क- बीएनएमयू में शोध को बढ़ावा देने के लिए आयोजित छह दिवसीय कार्यशाला के लिए प्रतिभागियों के लिए शुल्क का निर्धारण कर दिया गया है. कार्यशाला निदेशक प्रो एमआई ने बताया कि शिक्षकों के लिए तीन हजार रुपया, शोधार्थियों के लिए दो हजार रुपया, स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं के लिए 15 सौ रुपया व स्पॉन्सर कैंडिडेट के लिए चार हजार रुपया निर्धारित किया गया है. पंजीयन कराने के लिए विभाग के डाॅ सिंकदर कुमार से संपर्क करें. ऑन स्पॉट पंजीयन कराने की भी सुविधा रहेगी. प्रतिभागी को किट भी दिया जायेगा. कार्यशाला ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों मोड में आयोजित किया जायेगा.

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