टूटे नाले का ढक्कन दे रहा दुर्घटना को आमंत्रण

मधेपुरा : जिला मुख्यालय में कई जगहों पर नाले का ढक्कन टूट गया है. इससे हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है, लेकिन इस ओर प्रशासन ध्यान नहीं दे रहे हैं. विश्वविद्यालय के बगल से गुजरने वाली वार्ड नंबर एक की ढलाई के जगह बांस के चचरी बना कर डाल दिया गया है और बांस […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 17, 2019 7:28 AM

मधेपुरा : जिला मुख्यालय में कई जगहों पर नाले का ढक्कन टूट गया है. इससे हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है, लेकिन इस ओर प्रशासन ध्यान नहीं दे रहे हैं. विश्वविद्यालय के बगल से गुजरने वाली वार्ड नंबर एक की ढलाई के जगह बांस के चचरी बना कर डाल दिया गया है और बांस का चचरी भी सड़ चुका है.

स्थिति यह है कि अगर कोई दो पहिया वाहन भी उस पर हो के गलती से भी गुजर जाय तो वो हादसे का शिकार हो जायेगा. नाले की गहराई लगभग पांच फीट है.
दिन के समय तो लोग बचकर निकल जाते है, लेकिन शाम ढलने के बाद राहगीर रोजाना चोटिल हो रहे है. कोई भी वाहन चालक या राहगीर उसमें गिरने से घायल हो सकते है. स्थानीय लोगों ने बताया कि शहर में कई ऐसे जगह है जहां नाले के ऊपर बने सड़क के बीच में ही गड्ढा है और यह इतना भयावह है की देख के ही डर लग जाता है.
इन सड़कों पर लोग हमेशा आते जाते रहते है. अगर कोई अनहोनी इन गड्ढों के कारण हो जाती है तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा. इसकी शिकायत नगर परिषद से कई बार की बावजूद इसके नगर परिषद इस ओर संज्ञान नहीं ले रही है. जानलेवा गड्ढा कभी भी बड़े हादसे का गवाह बन सकती है.
टीपी कॉलेज के दक्षिणी गेट से प्रोफेसर : कॉलोनी जाने वाले सड़क है खतरनाक
स्थानीय मुख्य सड़क स्थित शिव मंदिर के बगल से गुजरने वाली सड़क पर कभी भी हादसा हो सकती है. सड़क के बीचों बीच नाला है और नाला में गड्ढा है. वहीं उसके समीप टीपी कॉलेज के दक्षिणी गेट से पास कई गड्ढे है.
कॉलेज के गेट के आलावा स्कूल व कोचिंग भी है. विद्यालय से जब बच्चों की छुट्टी होती है तब दर्जनों बच्चे झुंड में बाहर निकलते है. ऐसे में नाले के गड्ढे में गिर कभी भी हादसे के शिकार हो सकते है. इसके बावजूद नगर परिषद व स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा संज्ञान नहीं लिया जाता है. स्थानीय लोगों द्वारा कई बार इस मामले की शिकायत भी की गयी है.
स्कूल प्रबंधक व नप अधिकारी दोनों लापरवाह
शहरी क्षेत्र के सड़क, नाले की देखरेख की जिम्मेदारी यूं तो नगर परिषद की होती है, लेकिन स्कूल के बच्चों की सुरक्षा की जवाबदेही यकीनन स्कूल प्रबंधन की है, लेकिन दोनों में से कोई भी नाले के ऊपर ढक्कन को ढकने की जहमत नहीं उठा रही है.

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