थानाध्यक्ष समेत टाइगर मोबाइल के दो जवानों को किया गया निलंबित

थानाध्यक्ष समेत टाइगर मोबाइल के दो जवानों को किया गया निलंबित

By Prabhat Khabar | June 30, 2020 8:32 AM

खगड़िया: एसपी मीनू कुमारी ने चित्रगुप्तनगर थानाध्यक्ष सुबोध पंडित सहित दो टाइगर मोबाइल रंजीत कुमार और संजय कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. बता दें कि जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मथार स्थित जंगली टोला निवासी गौरव कुमार ने चित्रगुप्त नगर थानाध्यक्ष सुबोध पंडित के विरुद्ध व्यवसायी के 14.60 लाख हड़प कर रुपये की जगह शराब प्लांट कर अपने सहयोगी को जेल भेजने का संगीन आरोप लगाया था.

मामले में पीड़ित व्यवसायी ने शनिवार को एसपी कार्यालय पहुंच एसपी मीनू कुमारी को आवेदन देकर टाइगर मोबाइल की मिलीभगत से थानाध्यक्ष के द्वारा फर्जी केस दर्ज कर रुपये हड़पने का आरोप लगाया था. पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीपीओ व सदर इंस्पेक्टर की संयुक्त टीम बना कर जांच का आदेश दिया गया था. सोमवार को प्रेस वार्ता में एसपी ने बताया कि पूरे मामले में जांच अभी पूरी नहीं हुई है. लेकिन पूरे मामले में चित्रगुप्त नगर थानाध्यक्ष समेत आरोप के घेरे में आये दोनों टाइगर मोबाइल को निलंबित कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि जांच रिपोर्ट आना बाकी है.

जांच में अगर शराब का फर्जी केस बनाने की बात सच साबित होती है तो निलंबित थानाध्यक्ष समेत दोनों टाइगर मोबाइल के जवानों पर उत्पाद एक्ट के तहत केस दर्ज कर विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी. एसपी ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद टाइगर मोबाइल रंजीत कुमार के चित्रगुप्तनगर थाना परिसर स्थित सरकारी आवास व बेगूसराय स्थित घर की तलाशी के दौरान 1.19 लाख रुपये जब्त किये गये हैं. अभी संदिग्ध ठिकानों की तलाशी अभियान जारी है. अभी अंतिम रिपोर्ट आना बाकी है.

एसपी मीनू कुमारी ने बताया कि जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मथार स्थित जंगली टोला निवासी गौरव कुमार ने चित्रगुप्त नगर थानाध्यक्ष सुबोध पंडित के विरुद्ध 14.60 लाख रुपये की जगह शराब प्लांट कर अपने सहयोगी को जेल भेजने का संगीन आरोप लगाया था. जांच में अबतक यह सामने आया है कि शिकायतकर्ता का पूरा परिवार गांजा तस्करी का काम करता है. पूर्व में भी गौरव और उसके कई भाई और पिता गांजा तस्करी में जेल जा चुका है. शिकायतकर्ता गौरव कुमार से बड़ा भाई अखिलेश यादव, जिसके बारे में ये कहा जा रहा है कि 14 लाख 60 हजार इन्हीं के बालू गिट्टी डिपो का था, वह भी पूर्व में गांजा तस्करी में जेल जा चुका है.

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