आरोग्य मंदिर को मिला राष्ट्रीय स्तरीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र
प्रमाणीकरण दर्शाता है कि स्वास्थ्य विभाग अपनी सेवाओं की गुणवत्ता में निरंतर सुधार कर रहा है.
गोगरी. गोगरी प्रखंड के आयुष्मान आरोग्य मंदिर सोनडीहा अब राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक के तहत राष्ट्रीय स्तर से प्रमाणित हो चुका है. राष्ट्रीय रैंकिंग में इस सेंटर को 82.93 प्रतिशत अंक मिला है. वहीं गर्भावस्था और शिशु देखभाल में 100 प्रतिशत अंक हासिल हुआ है. नेशनल सर्टिफिकेशन के लिए कम से कम 70 प्रतिशत अंक आवश्यक है. अनुमंडलीय अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. चंद्रप्रकाश ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने सुदूर ग्रामीण इलाकों में उच्च गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है. यह प्रमाणीकरण दर्शाता है कि स्वास्थ्य विभाग अपनी सेवाओं की गुणवत्ता में निरंतर सुधार कर रहा है. ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग घर के पास ही उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सेवाओं का लाभ उठा सकें. आयुष्मान आरोग्य मंदिर सोनडीहा की इस उपलब्धि से यह भी स्पष्ट होता है कि स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त और प्रभावी बनाना विभाग की प्राथमिकताओं में शामिल है.
तीन साल तक के लिए प्रत्येक साल मिलेगा 1.26 लाख रुपये
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ चंद्रप्रकाश ने बताया कि अब केंद्र सरकार द्वारा 3 साल तक प्रत्येक वर्ष 1.26 लाख रुपये दिया जायेगा. जो आयुष्मान आरोग्य मंदिर के उन्नयन में खर्च किया जायेगा. राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण-पत्र प्रदान करने के लिए विशेषज्ञों की टीम द्वारा आयुष्मान आरोग्य मंदिर की सेवाओं और संतुष्टि स्तर का विभिन्न मानकों पर मूल्यांकन किया जाता है. इनमें उपलब्ध सेवाएँ, मरीजों के अधिकार, इनपुट, सपोर्ट सर्विसेस, क्लिनिकल सर्विसेस, इन्फेक्शन कंट्रोल, गुणवत्ता प्रबंधन और आउटकम जैसे पैरामीटर शामिल हैं. इन कड़े मानकों पर खरा उतरने वाले आयुष्मान आरोग्य मंदिर को ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गुणवत्ता प्रमाण-पत्र जारी किये जाते हैं.
कहते हैं प्रभारी चिकित्सा प्रभारी
प्रभारी डॉ. चंद्रप्रकाश ने बताया कि एनक्वास का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य केंद्रों को अपनी गुणवत्ता का आकलन करने और उसे सुधारने के लिए प्रेरित करना है, ताकि नागरिकों को उच्चतम स्तर की चिकित्सा सेवाएं मिल सकें. इस सेंटर को नेशनल सर्टिफाइड कराने में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. चंद्रप्रकाश, मैनेजर पूजा कुमारी, रूपक कुमार, बीसीएम नीतू कुमारी, बीएमएनई, सीएचओ विकास, एएनएम, आशा, डब्ल्यूएचओ, पिरामल, पीएसआई इंडिया, सीफार, यूनिसेफ का सराहनीय सहयोग रहा है.
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