कटिहारः कैपिटल एक्सप्रेस ट्रेन में शनिवार की देर शाम आर्मी के तीन जवानों ने महिला रेल यात्रियों के साथ छेड़खानी की. पीड़ित परिवार ने घटना की सूचना अपने परिजनों को दी. जानकारी मिलते ही परिजन रेलवे स्टेशन पहुंचे व कैपिटल एक्सप्रेस के रुकते ही आरोपी आर्मी जवानों को ट्रेन से उतार कर जम कर पिटाई की.
घटना की जानकारी मिलते ही आरपीएफ व जीआरपी ने आरोपी आर्मी जवानों को हिरासत में ले लिया. पीड़ित महिला के बयान पर स्थानीय रेल थाना में प्राथमिकी दर्ज कर तीनों आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी के अनुसार कटिहार ड्राइवर टोला लाल कोठी निवासी प्रदीप राउत की पत्नी अपनी बहन व भाई के साथ न्यू जलपाईगुड़ी से कैपिटल एक्सप्रेस 13247 से कटिहार आ रही थी.
दरअसल ट्रेन एनजेपी स्टेशन से खुल रही थी, तो किसी प्रकार पीड़ित महिला व उनके परिजन ट्रेन के अंतिम बोगी में सवार हो गये थे. जब ट्रेन पर वे चढ़े तो उन्होंने देखा कि ट्रेन पर अधिकांश आर्मी के जवान हैं. वे लोग किसी प्रकार ट्रेन में बैठ गये. पीड़ित महिला में पंद्रह वर्षीय युवती ने आर्मी के जवानों पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे लोग भद्दी-भद्दी बातें कर रहे थे. साथ ही शराब का सेवन करते हुए ट्रेन का लाइट बंद करने की बात कह रहे थे. इस बीच हमलोगों ने उस कंपाटमेंट से उतरने का प्रयास भी किया, लेकिन उनलोगों ने उतरने नहीं दिया. बदतमीजी इतनी बढ़ गयी कि उनलोगों ने महिला यात्रियों का हाथ पकड़ लिया. जब दीप रावत की पत्नी ने उनका विरोध किया तो वे लोग उन सभी को डराने-धमकाने लगे.
पीड़ित परिवार ने इस बाबत परिजनों को सूचित कर दिया था. छेड़खानी की बात सुनते ही परिजन स्थानीय लोगों के साथ प्लेटफार्म पर एकत्रित हो गये और ट्रेन के रुकते ही आर्मी के उन जवानों को उतार कर उनकी जबरदस्त पिटाई कर दी. घटना की जानकारी मिलते ही जीआरपी थानाध्यक्ष जोगेंद्र रविदास, आरपीएफ इंस्पेक्टर इंद्रासन सिंह पुलिस दलबल के साथ आरोपी आर्मी को गिरफ्तार कर लिया. पीड़ित महिला के फर्द बयान पर स्थानीय थाना में 21 वीं बटालियन सालूगूढ़ा सिल्लीगुड़ी में तैनात आर्मी के जवान नीतीश कुमार, रविंद्र प्रसाद गौपेंदा थाना राहुड़ी नालंदा, अमित कुमार पिता अशोक सिंह हाजीपुर वैशाली, पवन कुमार पिता रामदेवी प्रसाद सिंह, रहिमापुर थाना विदुपुर वैशाली के विरुद्ध छेड़खानी का प्राथमिकी दर्ज कराया है. सनद हो कि बीते दस दिनों में ट्रेनों में छेड़खानी का यह तीसरा मामला है. इधर आरोपी आर्मी जवानों ने सभी आरोपों को निराधार बताया है.