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पोखर से नहीं मिल रहा कोई लाभ

पोखर से नहीं मिल रहा कोई लाभ फोटो नं. 32,33,34,35,36 कैप्सन-इसी धार पर है विवाद एवं कहते हैं ग्रामीण.प्रतिनिधि, प्राणपुरप्रखंड क्षेत्र के मैना नगर धार में बिहार सरकार के तकरीबन एक एकड़ चार डिसमिल का पोखर है. जल-जमाव होने को लेकर धार में आठ व्यक्ति के नाम से पांच एकड़ तथा काली मां व बजरंग […]

पोखर से नहीं मिल रहा कोई लाभ फोटो नं. 32,33,34,35,36 कैप्सन-इसी धार पर है विवाद एवं कहते हैं ग्रामीण.प्रतिनिधि, प्राणपुरप्रखंड क्षेत्र के मैना नगर धार में बिहार सरकार के तकरीबन एक एकड़ चार डिसमिल का पोखर है. जल-जमाव होने को लेकर धार में आठ व्यक्ति के नाम से पांच एकड़ तथा काली मां व बजरंग बली के नाम से 72 डिसमिल जमीन केवाला है, जिसमें जल निकासी नहीं होने के कारण जल-जमाव है. इस धार में दबंग के द्वारा मछली निकासी कर लाखों रुपया का लाभ लिया जा रहा है. धार के असली मालिक को इसका लाभ नहीं मिल रहा है, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है. ग्रामीण अशोक मंडल, अधनु मंडल, चितरंजन मंडल एवं राजकुमार मंडल ने बताया कि आठ व्यक्ति मिल कर अनूप बाबू के रिलेशन से खाता नंबर 627, खेसरा नंबर 2177 से पांच एकड़ जमीन केवाला स्वरूप पोखर खरीदा गया था, जिसमें 72 डिसमिल काली माता एवं बजरंग बली के नाम से केवाला है. खेसरा नंबर 2179 में बिहार सरकार का एक एकड़ चार डिसमिल जमीन है. स्वावलंबी सहकारिता समिति कटिहार के द्वारा डाक की जाती है. दबंग द्वारा एक एकड़ चार डिसमिल पोखर के बदले तकरीबन आठ एकड़ में एक वर्ष में तीन बार कपासी जाल बिछा कर तकरीबन दो से तीन लाख के रेहू, कतला, फल्ली, बुआली, सिंघी, मोंगरी, सौहदी जैसी कीमती मछली पकड़ कर निकाल ली जाती है और जमीन मालिक मछली खाने एवं राशि लेने से उपेक्षित रह जाते हैं. वहीं मछली पकड़ने वाले सरयुग महलदार, पश्चिम बंगाल के तालसर गांव निवासी के रिश्तेदार ने बताया कि अनूप बाबू के द्वारा मछली पकड़वाया जा रहा है. वहीं अनूप बाबू ने बताया कि स्वावलंबी समिति सदस्य बिनोद मंडल के द्वारा मछली पकड़वाया जा रहा है. इधर ग्रामीणों ने जांच करने की मांग डीएम से की है.

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