कटिहार : राज्य सरकार द्वारा अधिसूचना जारी होने के एक सप्ताह बाद भी जिले में अब तक किसानों से धान क्रय करने की शुरुआत नहीं हुई है. समर्थन मूल्य पर धान खरीद शुरू नहीं होने से छोटे व्यापारियों के माध्यम से किसान औने-पौने कीमत पर धान बेच कर मक्का व रबी फसलों की खेती करते हैं.
धान कटने के साथ ही किसान मक्का, गेहूं व अन्य रबी फसल तथा दलहन-तिलहन की खेती में जुट जाते हैं. जिले के अधिकांश किसान लघु व सीमांत हैं. ऐसे में उन्हें एक फसल कटने के बाद उसे बेच कर दूसरे फसल को लगाने में जुट जाते हैं. खरीफ फसल के तहत जिले में करीब 36 हजार हेक्टेयर में धान की खेती हुई थी. करीब पचास फीसदी धान तैयार हो चुका है.
अब किसानों को उसे बेचने की चिंता सता रही है. पूंजी के अभाव में तो किसान 900 रुपया से 1000 रुपया तक प्रति क्विंटल छोटे-छोटे कारोबारियों के हाथों बेचने को विवश हैं.
जबकि सरकार द्वारा समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया है. सामान्य धान 1410 रुपया प्रति क्विंटल तथा ग्रेड ए धान 1450 रुपया प्रति क्विंटल की दर से समर्थन मूल्य निर्धारित किया है. जबकि राज्य सरकार द्वारा प्रति क्विंटल धान खरीद पर 300 रुपया बोनस दिया जायेगा. यानी किसान को सामान्य धान की खरीद पर 1710 रुपया प्रति क्विंटल व ग्रेड ए धान पर 1750 रुपया प्रति क्विंटल की दर भुगतान किया जायेगा.
राज्य सरकार के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव पंकज कुमार के पत्रांक 8992 दिनांक 30.11.15 के द्वारा एक दिसंबर 15 से धान अधिप्राप्ति की अधिसूचना जारी की गयी है. लेकिन अब तक कटिहार जिले में धान क्रय शुरू नहीं हुई है. औने-पौने कीमत पर किसान बेच रहे हैं धानसमर्थन मूल्य पर धान खरीद शुरू नहीं होने पर किसान परेशान व हताश हैं.
धान बेच कर किसान मक्का, गेहूं व अन्य रबी फसल लगाते हैं. जबकि सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर धान खरीद नहीं होने से किसान छोटे व लघु व्यापारियों के हाथों अपनी धान औने-पौने कीमत पर बेचने को विवश हैं. किसानों से सस्ते दर पर धान खरीदने के बाद छोटे व लघु व्यापारी उसे बंगाल की मंडी में जाकर बेचते हैं.
एक सप्ताह बाद भी धान खरीद नहीं हुई शुरूराज्य सरकार ने अधिसूचना जारी कर पहली दिसंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीद करने के लिए अधिसूचना जारी किया है.
खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा 30 नवंबर 15 को जारी अधिसूचना के अनुसार एक दिसंबर 15 से 31 मार्च 2016 तक किसानों का धान अधिप्राप्ति किया जाना है. लेकिन अब तक कटिहार जिले में धान अधिप्राप्ति शुरू भी नहीं हो सकी है. किसान रामबिहारी सिंह, त्रिवेणी प्रसाद मंडल, सत्य नारायण मंडल, सुबोध विश्वास, रफीक आलम, सतीश सिंह आदि ने बताया कि औने-पौने दाम पर किसान धान बेच रहे हैं.
स्थानीय व्यापारी 900 रुपया से 1000 रुपया प्रति क्विंटल धान खरीद रहे हैं. डाटा बेस तैयार होने पर शुरू होगी धान खरीदविभाग ने धान अधिप्राप्ति के लिए बिहार राज्य खाद्य निगम को नोडल विभाग बनाया. विभाग के अधिकारियों के अनुसार किसानों का डाटा बेस तैयार किया जा रहा है. दो-चार दिन में डाटा बेस तैयार होने की संभावना है.
विभागीय अधिकारी की माने तो डाटा बेस के आधार पर किसानों से धान खरीद होगी तथा धान खरीद के विरुद्ध आरटीजीएस के माध्यम किसानों को उनके खाते में राशि भेज दी जायेगी. जब तक डाटा बेस तैयार नहीं होगी, तब तक धान खरीद शुरू नहीं होगी. कहते हैं एसएफसी जिला प्रबंधकएसएफसी के जिला प्रबंधक भारत भूषण गुप्ता ने इस संदर्भ में बताया कि सरकार के ओर से धान अधिप्राप्ति के लिए अधिसूचना जारी की गयी है.
लेकिन अभी किसानों का डाटा बेस वेबसाइट पर डाला जा रहा है. धान खरीद के विरुद्ध किसानों को उसके बैंक खाते में आन लाइन भुगतान होगा. इसलिए दो-चार दिन में डाटा बेस तैयार होने के बाद समर्थन मूल्य पर धान अधिप्राप्ति किया जायेगा.
धान अधिप्राप्ति को लेकर जानकारीकुल धान – 36 हजार हेक्टेयरअधिप्राप्ति का लक्ष्य – कुल – 62 हजार मैट्रिक टनएसएफसी – 6200 एमटीपैक्स – 55800 एमटीसमर्थन मूल्य – साधारण धान – 1410 रु प्रति क्विंटलग्रेड ‘ए’ धान – 1450 रु प्रति क्विंटलबोनस – 300 रु प्रति क्विंटल