प्रतिनिधि : कटिहार जिले में बीते कई दशक के बाद कटिहार के शहरी क्षेत्र में अगलगी की यह सबसे बड़ी घटना बतायी जा रही है.
जिसमें तकरीबन पांच करोड़ से भी अधिक क्षति की आशंका जतायी जा रही है. बावजूद आज भी जिला पुलिस प्रशासन ने इतनी बड़ी हादसा से सबक नहीं लिया है. आज भी फलपट्टी बारूद के ढेर पर बसा हुआ है.
क्या पुलिस प्रशासन फलपट्टी का भी स्वाहा होने का राह देख रही है. बताते चले कि फलपट्टी में एक हजार से भी अधिक छोटी बड़ी दुकानें है.
जिसमें थोक, खुदरा सहित, कपड़ा, कॉस्मेटिक, स्पॉटस समान विक्रेता सहित कई बड़ी बड़ी दुकानें फलपट्टी में है. फलपट्टी में इतनी तंग गली है कि किसी गली में एक आदमी ही गुजर सकता है.
तो जरा सोचिए अगर इस फलपट्टी में आग लग जाये तो फिर जिला पुलिस प्रशासन किस प्रकार आग पर काबू पायेगी. जबकि इस बाजार में पांच सौ से भी अधिक परिवारों को आवास है.
15 घंटे में भी नहीं पाया जा सका आग पर काबू : जब फलपट्टी के एक छोटी सी मार्केट निहाल में आग लग गयी तो पुलिस प्रशासन के काफी तबज्जों के बाद भी इस आग पर काबू पाने में 15 घंटे लग गये.
बारूद भंडारण में मानक पर नही उतरते व्यवसायी : अगर बारूद भंडारण की मानकोें की बात की जाये तो बारूद का भंडारण वैसे स्थानों पर की जानी चाहिए जहां घनी आबादी न हो और लेकिन फलपट्टी की बात की जाये तो वहां तकरीबन पांच थोक विक्रेता है जिसके पास पांच से दस पोंड तक बारूद भंडारण करने का लाइसेंस प्राप्त है लेकिन मानक के अनुरूप ट्रक का ट्रक बारूद का भंडारण व्यवसायी करते है.
कौन-कौन है व्यवसायी , कहां है उनका गोदाम : पटाका का थोक विक्रेता फलपट्टी में चार से पांच है जिनमें दामोदर अग्रवाल, भोला अग्रवाल, कालिका भगत सहित दो अन्य है .
जिनका गोदाम आसपास के ही घरों में किया जाता है. जैसे पंचवटी कटरा में बारूद का भंडारण किया जाता है अब सवाल यह उठता है कि अगर इनमें से एक भी दूकान व गोदाम में आग पकड़ ले तो फिर क्या होगा. कटिहार की आधी व सबसे बड़ा व्यस्तम बाजार को आग से कोई नही बचा पायेगा.
किस प्रकार चला रहे है व्यवस्तम बाजार में पटाखा दुकान : सवाल यह उठता है कि बारूद का भंडारण या पटाखा खुले मैदान में बेचा जाता है. लेकिन यह ऐसी तंग गली में बारूद का भंडारण किया जा रहा है कि अगर अनहोनी हो गयी तो खरबों की संपत्ति लोगों की नष्ट हो जायेगी जिसकी जबाब देही जिला प्रशासन की होगी.
कहते हैं एसडीओ : इस संबंध में एसडीओ सुभाष प्रसाद ने बताया कि अगर फलपट्टी में बारूद का भंडारण हो रहा है तो वह अवैध है. किस दुकानदार के पास कितना बारूद रखने का लाइसेंस है उस आधार पर मामले की जांच कर कार्रवाई की जायेगी.