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पांच घंटे तक जाम में फंसे रहे वाहन
कटिहार : राहुल हत्याकांड को लेकर शुक्रवार को कटिहार बंद रहा. कटिहार के शहरी क्षेत्रों में बंद का व्यापक असर देखा गया. नगर थाना के समीप शहीद चौक पर अंदोलनकारियों ने बस को खड़ी कर टायर जला कर मुख्य मार्ग जाम कर दिया. शहीद चौक को पूरी तरह से जाम कर दिया गया था. आप […]
कटिहार : राहुल हत्याकांड को लेकर शुक्रवार को कटिहार बंद रहा. कटिहार के शहरी क्षेत्रों में बंद का व्यापक असर देखा गया. नगर थाना के समीप शहीद चौक पर अंदोलनकारियों ने बस को खड़ी कर टायर जला कर मुख्य मार्ग जाम कर दिया. शहीद चौक को पूरी तरह से जाम कर दिया गया था. आप पार्टी विक्टर झा, रालोसपा के जिला अध्यक्ष उमाकांत आनंद तथा राहुल के परिजन, स्थानीय लोग व युवा तथा महिलाएं भी इस आंदोलन में बाजार बंद कराने में अपनी भागीदारी दिखायी. शहीद चौक को लगातार पांच घंटे तक तक जाम कर रखा. इससे लोग जाम में फंसे रहे, िजससे उन्हें परेशानी हुई.
पार्टियां क्यों रही खामोश
प्रमुख विपक्षी दल भाजपा ने राहुल हत्याकांड को लेकर हुए कटिहार बंद से अपने को पूरी तरह अलग थलग रखा. जबकि नरेंद्र मोदी के डीएनए टेस्ट के बयान को लेकर भाजपा व जदयू में आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. दूसरी तरफ भाजपा राज्य में अपराधिक घटना व विधि व्यवस्था को लेकर भी सवाल उठा रहे है. साथ ही प्रमुख राजनीतिक दल राजद, कांग्रेस, एनसीपी द्वारा भी इस हत्याकांड का मुखालफत नहीं किये जाने पर लोगों के बीच तरह तरह की चर्चा हो रही है.
बस पड़ाव पर सन्नाटा
बंद के आहवान को लेकर शुक्रवार को बस पड़ाव में भी सन्नाटा पसरा हुआ रहा. इस दौरान एक भी बस कटिहार से अन्य जिलों के लिए नहीं खुली. वही ऑटो भी स्टेंड में खड़ी रही. पूर्व से बाजार बंद के आहवान को लेकर ऑटो चालक यत्र तत्र से अपनी सवारी उठा रहे थे. ऑटो के नही चलने से प्राणुपर, डंडखोरा, कोलाशी, समेली सहित जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जाने वाले लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा.
बंदी में लोगों की भी मिली सहानुभूति
बंद होने से जहां एक ओर लोग आंदोलनकारियों को कोसते है. वैसा शुक्रवार को बंदी के दौरान नही दिखा. लोग बंदी के दौरान बंद समर्थकों व परिजनों को अपनी सहानभूति दिखा रहे थे. बंद समर्थको में ऐसे कई लोग शामिल थे.
सोशल मीडिया में आक्रोश
राहुल हत्याकांड को लेकर पुलिस की किरकिरी सोशल मीडिया में भी देखने को मिल रही है. सोशल मीडिया में राहुल के हत्यारोपी को बचाने का आरोप डायेरक्ट आइजी व एसपी पर आ रहा है. लोगों में भी राहुल हत्याकांड को लेकर पुलिस की कार्रवाई से रोष है.
प्रभावशाली व्यक्ति के दबाव में पुलिस कर रही है काम
परिजनों ने कहा कि राहुल को हत्या को पुलिस एक दुर्घटना बताकर मामले को दबाने का प्रयास कर रही है. परिजनों का आरोप था िक एक पार्टी के स्थानीय स्तर के वरिष्ठ नेताओं के प्रभाव में आकर पुलिस ने एक तरफा कार्रवाई की. अपहरण की बात कहकर कटिहार पुलिस सहित अन्य कई जिलों के पुलिस को भी दिकभ्रमित करने का कार्य आरोपी पक्ष ने किया है.
परिजनों ने मामला दबाने का लगाया आरोप
परिजनों का आरोप है कि राहुल की जब शव मिलने की पुष्टि हुई तो दरभंगा प्रक्षेत्र के आईजी अमित जैन कटिहार में ही मौजूद थे . आखिर उन्होंने मृतक के परिजनों व घटना स्थल पर क्यों नही गये. अगर नही गये तो वह क्यों कटिहार आये थे. पुलिस ने चिकित्सक के दिये गये पोस्टमार्टम रिपोर्ट को सिर्फ चिकित्सक का मंतब्य बताकर बिसरा को फोरेसिंक जांच में भेजकर मामले को अधर में लटकाने का काम किया.
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