वह रेलवे स्टेशन से किस प्रकार अनाथालय रोड पहुंचा यह किसी को पता नहीं . अक्षय कुमार पिता अजय मंडल पढ़ने को इंस्च्यूट जा रहा था.
उसी क्रम में कृष्णा को अचेता अवस्था में देखा तो उसे रिक्शा में डाल सदर अस्पताल ले आया जिससे उसकी जान बच पायी. चिकित्सक तनवीर हैदर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उक्त युवक का इलाज अविलंब आरंभ कर दिया. अब सवाल यह उठता है कि उसे किस ट्रेन में नशा खिलाया गया और वह कैसे स्टेशन से अनाथालय रोड पहुंचा यह तो युवक के होश आने के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा.