धरती पर प्रत्यक्ष रूप से माता-पिता ही हैं ईश्वर के अवतार, उनके पूजन से होता है कष्ट का निवारण

मनसाही : प्रखंड क्षेत्र के बड़ी मोहनपुर पंचायत के मोहनपुर गांव में गुरूवार को एक पुत्र ने अपनी बुढ़ी मां की सेवा व मां की अहिमयत को आज के भौतिकतावादी युग में समाज के सामने मां की सेवा भक्ती की उदाहरण समाज के सामने रखा. रिश्तों की अहमियत खत्म हो रही है. लोग अपने माता-पिता […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 21, 2020 7:00 AM

मनसाही : प्रखंड क्षेत्र के बड़ी मोहनपुर पंचायत के मोहनपुर गांव में गुरूवार को एक पुत्र ने अपनी बुढ़ी मां की सेवा व मां की अहिमयत को आज के भौतिकतावादी युग में समाज के सामने मां की सेवा भक्ती की उदाहरण समाज के सामने रखा. रिश्तों की अहमियत खत्म हो रही है. लोग अपने माता-पिता को भी बोझ समझते हैं. आज भी कुछ ऐसे लोग हैं जो अपने माता-पिता को ही ईश्वर मान उनकी पूजा करते हैं.

कुछ ऐसे ही नजारा मनसाही के मोहनपुर गांव में देखने को गांव के ही सुरेश यादव ने अपने घर पर सनातन पूजा विधि के अनुसार आचार्य पंडित विद्यासागर शास्त्री के सानिध्य में वैदिक मंत्रों की बीच विधिवत अपनी बृद्ध मां की पूजा-अर्चना व आरती की. इस अवसर हजारों लोग जुटे व मातृ पूजन के गवाह बने पूजा करा रहे.
आचार्य ने कहा कि इस धरती पर प्रत्यक्ष रूप से माता-पिता ही ईश्वर के अवतार हैं. उनके पूजन व आशीर्वाद से सभी कष्ट का निवारण हो जाता है. सुरेश यादव जो दिल्ली में कार्यर्रत हैं. उन्होंने कहा कि वे कई ऐसे धनी व्यक्ति देखें हैं. जो अपने माता-पिता को बोझ समझ कर उन्हें बृद्धाश्रम में छोड़ आते हैं. उन्होंने इससे बहुत ग्लानि महसूस होती है. उन्होंने बताया कि वे अपने माता-पिता के आशीर्वाद से आज वो हर दृष्टिकोण से संम्पन्न है.
वे आज के युवाओं में इस पूजन के माध्यम से एक संदेश भी देना चाहते हैं कि माता-पिता के आशीर्वाद के बिना इस धरती पर मानव का कल्याण सम्भव नहीं है. इस तरह के अनूठे आयोजन की क्षेत्र में सर्वत्र प्रशंसा हो रही है. इस अवसर पर भजन कलाकार विशाल कुमार झा, उत्तम पासवान, राजू मंडल, महेश दास, अरबिंद दास, संतोष पियूष कुमार, बाला किशोर, लालजी शर्मा ने मातृ वंदना की सुंदर प्रस्तुति दी.

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